रतलाम. पश्चिम रेलवे के रतलाम मण्डल रेल प्रबन्धक (डीआरएम) की स्पेशल ट्रेन की चपेट में आकर रेलवे लाइन पर काम कर रहे एक व्यक्ति की मौत हो गई. मौत होने के बावजूद मृतक के परिजनों को रेलवे की और से कोई सहायता प्रदान नहीं की गई। इसका कारण मृतक रेलवे का नहीं, बल्कि ठेकेदार का कर्मचारी था.
पुलिस के मुताबिक ग्राम धौंसवास के समीप बने धौंसवास रेलवे ब्रिज क्र.450 पर पोल क्र.365/35 और 365/36 के बीच मनोज पिता भगवान दास मेवाडे 40 नामक युवक शुक्रवार 18 जुलाई की दोपहर करीब डेढ़ बजे पाथ वे (रेल लाइन) की नप्ती लेने के लिए चढा था। जैसे ही वह पाथ वे की नप्ती लेकर ब्रिज पर चढ़ा, ठीक उसी समय मन्दसौर की तरफ से डीआरएम स्पेशल ट्रेन आ गई, जिसकी टक्कर लगने से मनोज मेवाडे ब्रिज से नीचे जा गिरा।
ब्रिज से गिरने से मनोज मेवाडे अत्यन्त गंभीर रुप से घायल हो गया और मौके पर ही ुसकी मृत्यु हो गई. घटना की जानकारी लगते ही पुलिस मौके पर पंहुची। मृतक को पोस्टमार्टम के लिए मेडीकल कालेज भिजवाया गया। मामले की जांच कर रहे नामली थाने के एएसआई जुगल किशोर रावत ने बताया कि मृतक का शव पोस्टमार्टम के बाद उसके भाई को सौंप दिया गया है।
ठेकेदार का कर्मचारी था मृतक
उल्लेखनीय है कि मृतक मनोज मेवाडे,रेलवे ब्रिज का काम करने वाली ठेकेदार कम्पनी का कर्मचारी था। वह मूल रुप से बाराद्वारी नरसिंहगढ जि.राजगढ का निवासी था, लेकिन वर्तमान में रीग गार्ड कालोनी भोपाल में रहता था। चूंकि मृतक रेलवे का कर्मचारी नहीं था, इसलिए डीआरएम स्पेशल की टक्कर से उसकी मौत होने के बावजूद उसे रेलवे की ओर से कोई सहायता राशि नहीं दी गई है। अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि दुर्घटना के समय डीआरएम स्पेशल में स्वयं डीआरएम अश्वनी कुमार मौजूद थे या नहीं. आमतौर पर डीआरएम स्पेशल ट्रेन में स्वयं डीआरएम या एडीआरएम यात्रा करते हैं।