जयपुर. एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने सोमवार को होमगार्ड के कमांडेंट और कंपनी कमांडर को रिश्वत मामले में गिरफ्तार किया है। जयपुर में एमआई रोड पर होमगार्ड के ट्रेनिंग सेंटर में एसीबी की टीम ने 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते दोनों अधिकारियों को पकड़ा।
एसीबी के अनुसार, होमगार्ड में तैनात जवान ने कमांडेंट नवनीत जोशी (47) और कंपनी कमांडर चंद्रपाल सिंह शेखावत (58) पर मंथली बंधी देने का आरोप लगाया था। एसीबी एडीजी स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि आरोपी नवनीत जोशी के घर की तलाशी में 4 लाख 85 हजार रुपए नकदी, 5 जमीनों से जुड़े दस्तावेज और चंद्रपाल सिंह के घर 2 लाख 57 हजार रुपए नकद, रिहायशी आवास के अलावा 02 प्लॉट के दस्तावेज मिले हैं।
कार्रवाई नहीं करने के नाम पर मांगी थी रिश्वत
एसीबी के अनुसार होमगार्ड में तैनात जवान ने एसीबी में शिकायत की थी कि निलंबन बहाल करने को लेकर रिश्वत मांगी गई थी। इसके लिए 2 लाख रुपए देना तय हुआ था। 8 महीने तक 25 हजार रुपए की मंथली बंधी देने के लिए दबाव बनाया जा रहा था। एसीबी के सत्यापन में एसपी नवनीत जोशी और सीआई चंद्रपाल सिंह शेखावत के रिश्वत लेने की मांग सही निकली। रिश्वत के पहली मंथली बंधी के रूप में 25 हजार रुपए देकर सोमवार दोपहर होमगार्ड जवान को भेजा गया। पहली किश्त देने के दौरान ही एसीबी ने दोनों को पकड़ लिया। ये रुपए कंपनी कमांडर चंद्रपाल सिंह शेखावत के माध्यम से नवनीत जोशी तक पहुंचाए जा रहे थे।
होमगार्ड जवानों ने बताया- महीने की सैलरी 26950 रुपए मिलती हैं। अगर उन्हें वर्दी की ड्यूटी मिलती है तो 3 हजार रुपए महीने का अधिक मिलता है। आरोपी वर्दी की ड्यूटी देने के लिए एक माह के एक हजार रुपए से 2 हजार रुपए तक की बंधी लेते थे। बंधी नहीं देने पर होमगार्ड को वर्दी वाली ड्यूटी से हटाकर अफसरों के घर या सचिवालय में लगा दिया करते थे। इससे उन्हें महीने का 3 हजार रुपए का नुकसान हो जाता था।
आरोप है कि नवनीत जोशी अपने निजी कामों में होमगार्ड जवानों का उपयोग किया करता था। इसका उन्हें पैसा भी नहीं दिया जाता था। कंपनी कमांडर चंद्रपाल के जरिए सभी से पैसा लिया जाता था। पिछले कुछ माह से आरोपी नवनीत होमगार्ड को कार्यालय में बुलाकर खुद पैसा ले रहा था।