चक्रधरपुर. रेल मंडल में रेल दुर्घटनाओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा. ताजा मामला डोंगवापोशी सेक्शन के मुर्गा महादेव स्टेशन और देवझर से जुड़ा है, जहां गुरुवार 17 जुलाई को एक ही मालगाड़ी दो बार दुर्घटनाग्रस्त हो गई. पहले मुर्गा महादेव स्टेशन यार्ड में एक वैगन पलटा और फिर लौटते वक्त देवझर में दो डिब्बे पटरी से उतर गए. रेल मंडल में हड़कंप मचा रहा,
एक ही मालगाड़ी दो बार हादसे की शिकार
देवझर साइडिंग से लौह अयस्क लादकर जा रही मालगाड़ी दोपहर करीब 2 बजे मुर्गा महादेव स्टेशन यार्ड में दुर्घटनाग्रस्त हो गई. एक डिब्बा पटरी से उतरकर पलट गया. इसके बाद जब ट्रेन का हिस्सा वापस लौटाया जा रहा था, तो देवझर में दो वैगन पलट गए. इससे ओवरहेड इलेक्ट्रिक (OHE) तार और खंभे भी क्षतिग्रस्त हो गए, जिससे शाम सात बजे तक दोनों मेन लाइनों पर ट्रेनों की आवाजाही ठप करनी पड़ी.
हादसे के बाद रिलीफ ट्रेन, 140 टन क्रेन, और रेल अधिकारियों की टीम डीआरएम तरुण हुरिया के नेतृत्व में घटनास्थल पर पहुंची. ट्रेनों का परिचालन डाउन लाइन से शुरू किया गया, लेकिन मुख्य मार्ग बंद रहा. इस घटना से कई यात्री ट्रेनें डोंगवापोशी–चाईबासा–बड़बिल रूट पर फंस गईं और यात्री खासे परेशान रहे.
एक कर्मचारी पर 10 लोगों का काम
जानकारों का कहना है कि मालगाड़ियों के अत्यधिक भार, पुराने वैगनों और कर्मचारियों की भारी कमी की वजह से हादसे हो रहे हैं. एक कर्मचारी पर 10 लोगों का काम आ गया है. इसके अलावा मालगाड़ी के ओवरलोडिंग के लिए प्रयोग होने वाली मशीनों से छेड़छाड़ कर अधिक वजन वाले रेक चलाए जा रहे हैं, जिससे पटरी पर अतिरिक्त दबाव पड़ रहा है.
रेलवे के आंकड़ों में माल ढुलाई का रिकॉर्ड भले चमक रहा हो, लेकिन इसके पीछे सुरक्षा का भारी संकट छिपा है. रेलवे की लोडिंग की भूख ने चक्रधरपुर मंडल को दुर्घटनाओं का मंडल बना दिया है. अब आवश्यकता है कि रेलवे प्रबंधन लोड कम कर सुरक्षित संचालन पर प्राथमिकता दे.