ग्वालियर. भोपाल-निजामुद्दीन (दिल्ली) जा रही शताब्दी एक्सप्रेस (122001) पर पथराव हो गया. पथराव रविवार को उस समय हुआ, जब ट्रेन दतिया से सोनागिर के बीच गुजर रही थी. असामाजिक तत्वों ने ट्रेन पर पथराव कर दिया. इससे कोच सी-3 की खिड़की का शीशा चकनाचूर हो गया. हमले के बाद यात्रियों में अफरा-तफरी और डर का माहौल बन गया.
गंभीर बात यह रही कि इसी रूट पर चल रही एक और ट्रेन पातालकोट एक्सप्रेस को भी निशाना बनाया गया. पातालकोट के इंजन पर पत्थर फेंके गए. इससे लोको पायलट को ट्रेन रोकनी पड़ी. उन्होंने झांसी कंट्रोल को तुरंत इसकी सूचना दी. दो ट्रेनों पर पथराव से यह मामला प्रदेश में तूल पकड़ता दिख रहा है. रेलवे ने विशेष जांच के आदेश दिए हैं.
दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा
घटना के बाद जैसे ही शताब्दी एक्सप्रेस ग्वालियर स्टेशन पहुंची, ट्रेन को रोककर जीआरपी और आरपीएफ ने यात्रियों से पूछताछ शुरू की. कोच सी-3 की खिड़की का टूटा शीशा देखकर रेलवे अधिकारियों ने स्थिति को गंभीर माना और तुरंत जांच प्रक्रिया शुरू कर दी. दूसरी ओर, पातालकोट एक्सप्रेस की भी ग्वालियर स्टेशन पर सुरक्षा जांच की गई. आरपीएफ ने मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. पथराव करने वालों की तलाश तेज कर दी है. रेलवे की ओर से कहा गया कि दोषियों की पहचान कर जल्द सख्त कार्रवाई की जाएगी.
रेलवे की ये अपील
बता दें कि इस तरह के पथराव की घटनाएं न केवल यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा हैं, बल्कि ट्रेन परिचालन में भी बाधा उत्पन्न करती हैं. लगातार हो रही ऐसी घटनाओं पर रेलवे ने चिंता जताई है और संवेदनशील इलाकों में निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं. रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय सूचना के आधार पर पत्थरबाजों की पहचान की जा रही है. यात्रियों से अपील की गई है कि यदि उन्होंने किसी संदिग्ध को देखा है या किसी तरह की गतिविधि नोट की है, तो उसकी जानकारी तुरंत रेलवे या पुलिस को दें.