फ्लाईओवर ब्रिज का उद्घाटन करने पहुंचे कांग्रेसियों को पुलिस ने खदेड़ा, कई प्रदर्शनकारी गिरफ्तार

जबलपुर। फ्लाई ओवर ब्रिज का लोकार्पण करने पहुंचे कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं को पुलिस ने पानी की बौछार कर खदेड़ दिया। जिससे कुछ देर के लिए भगदड़ व अफरातफरी मच गई, इस बीच पुलिस ने कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी शुरू कर दी। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी व प्रदर्शन किया। 

   


कांग्रेसियों ने कलेक्टर को एक ज्ञापन सौंपते हुए चार दिन के अंदर फ्लाई ओवर ब्रिज के लोकार्पण की मांग की थी। साथ ही कहा था कि करीब एक हजार करोड़ रुपए की लागत से प्रदेश का सबसे लंबे फ्लाईओवर ब्रिज बनकर तैयार हो चुका। मार्च माह में लोकार्पण होना था, लेकिन जून आ गया। मंत्री राकेश सिंह व जबलपुर के सांसद आशीष दुबे के बीच आपसी खींचतान चल रही है। श्रेय लेने की राजनीति के कारण अब तक इस फ्लाईओवर का विधिवत लोकार्पण नहीं हो पाया है। कांग्रेसजनों ने कहा था कि चार दिन बाद भी ध्यान नहीं दिया गया तो वे फ्लाईओवर ब्रिज का उद्घाटन कर देगें। जिसके चलते आज कांग्रेस नगर अध्यक्ष सौरभ शर्मा व पूर्व विधायक संजय यादव के नेतृत्व में छोटी लाइन से कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ता पैदल ही मदन महल फ्लाईओवर ब्रिज का उद्घाटन करने के लिए रवाना हुए। 

कांग्रेस के नगर अध्यक्ष सौरभ शर्मा के हाथों में फूलमाला व प्रसाद से थाली सजी थी। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल पहले से ही मदन महल ब्रिज पर तैनात था। जैसे ही कांग्रेस कार्यकर्ता पहुंचे तो पुलिस अलर्ट मोड में आ गई, कांग्रेसजनों ने आगे बढऩे की कोशिश की तो उन्हे बलपूर्वक रोक लिया गया, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने धक्कामुक्की शुरु की तो उन्हे पानी की बौछार मारकर खदेड़ दिया गया। यहां तक कि कई कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर वाहन में भर लिया गया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने जमकर नारेबाजी की। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कहा कि यह जनता का फ्लाई ओवर है। इसे जनता ही लोकार्पित करेगी। इसकी नींव वर्ष 2014 में यूपीए 2 के शासन में सांसद विवेक तंखा के प्रयास से रखी गई थी। लेकिन मंत्री राकेश सिंह व सांसद आशीष सिंह में चल रहे द्वंद की वजह से इसका लोकार्पण नहीं हो पा रहा है।

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