बताया गया है कि घंटाघर क्षेत्र एक दुकान में अब्दुल निजाम की आटो सर्विस करते है, दूसरी में बलजीतसिंह बेकरी का संचालन कर रहे है। दोनों ही दुकानें कच्ची है। जिनकी दीवारे जर्जर हो चुकी है। इन दुकानों को जर्जर भवनों की सूची में रखा गया था। देर रात दुकान की एक दुकान भरभराकर गिर गई। जिससे दुकानों में रखा सामान खराब हो गया। इसी तरह हनुमानताल क्षेत्र में भी एक मकान देर रात हुई बारिश के कारण भरभराकर गिर गया। यह तो अच्छा था कि परिवार के लोग घर के दूसरे कमरे में सो रहे थे। आवाज सुनकर परिवार के लोग उठकर बाहर आ गए। यहां तक कि आसपास के लोग भी घरों से बाहर आ गए थे। गौरतलब है कि निगम कमिश्नर ने बारिश से पहले ही अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश दिए थे कि शहर में जर्जर मकानों को चिन्हित करें और उन्हें गिरा दें। इसके बाद भी मैदानी अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया और हल्की बारिश में ही तीन घटनाएं हो गईं। शहर में अभी भी कई ऐसे मकान हैं, जो जर्जर हो चुके हैं। बारिश के दौरान यह मकान भी धराशायी हो सकते हैं।