जबलपुर. पश्चिम मध्य रेलवे की विजिलेंस टीम ने गत दिवस पर अजमेर से जबलपुर के बीच चलने वाली दयोदय एक्सप्रेस में टिकट चैकिंग स्टाफ की अचानक जांच की. टीटीई के पास से 9600 रुपए अतिरिक्त मिले, जिसका वह संतोषजनक जवाब नहीं दे सका. जिस पर उसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.
बताया जाता है कि सतर्कता निरीक्षक दीपक उपाध्याय ने कोटा के टीटीई अमर छिल्लर की जांच की। इस जांच में दीपक को अमर के पास से 9 हजार 600 रुपए अधिक मिले। इन पैसों के बारे में अमर दीपक को संतुष्टि पूर्ण उत्तर नहीं दे सका। इसके बाद दीपक ने अमर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। सूचना पर कोटा के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सौरभ जैन ने दीपक को ट्रेन ड्यूटी से हटाकर कोटा स्टेशन पर काम के आदेश जारी कर दिए।
जूनियर होते हुए भी एसी कोच में ड्यूटी
अमर की ड्यूटी एसी कोचों में थी। मामले में खास बात यह है कि जूनियर होते हुए भी अमर की ड्यूटी एसी कोचों में लगा रखी थी। सूत्रों ने बताया कि कोटा मंडल में कई टीटीई ऐसे हैं जिनकी लगातार चुनिंदा ट्रेनों में ही ड्यूटी लगती है। जूनियर होने के बाद भी यह टीटीई इन ट्रेनों में भी सिर्फ एसी कोच ही देखते हैं। यहां पर ड्यूटी रोस्टर की पूरी तरीके से अनदेखी की जा रही है। टीटीई अपनी मनमर्जी से पसंद की ट्रेनों में ड्यूटी लगवाते हैं। कोटा में टीटीई ड्यूटी रोस्टर की जांच विजिलेंस भी कर चुकी है। लेकिन व्यवस्था में कोई फर्क नजर नहीं आया।