जबलपुर. गोरखपुर से चलकर लोकमान्य तिलक टर्मिनस जाने वाली काशी एक्सप्रेस में बम की खबर फैलने से हड़कम्प मच गया. यह ट्रेन जंघई स्टेशन पर लगभग साढ़े तीन घंटा तक रुकी रही. जांच के बाद कुछ नहीं मिला, जिस पर रेल यात्रियों ने राहत की सांस ली। 2 जून की रात 22.05 बजे जबलपुर पहुंचने वाली यह ट्रेन आज 3 जून मंगलवार की तड़के 5.50 बजे लगभग 5 घंटा 50 मिनट विलंब से पहुंची.
बताया जाता है कि गाड़ी संख्या 15018 गोरखपुर-एलटीटी काशी एक्सप्रेस में किसी व्यक्ति ने जीआरपी थाना प्रयागराज को सूचित किया कि इस ट्रेन के एस-1 से एस-4 में से किसी एक कोच में बम रखा है. इस सूचना पर आरपीएफ-जीआरपी, जिला पुलिस बल, डॉग स्क्वॉड ने ट्रेन को जंघई स्टेशन पर रोका ट्रेन के एक-एक कोच की बारीकी से जांच शुरू की. लगभग साढ़े तीन घंटे की जांच के बाद जब ट्रेन में कुछ नहीं मिला, तब गाड़ी को आगे बढ़ाने की अनुमति दी गई.
भीषण गर्मी में परेशान रहे यात्री
इस ट्रेन में गोरखपुर से जबलपुर की यात्रा कर रहे एमएल शुक्ला नामक यात्री ने बताया कि ट्रेन को तपती धूप में साढ़े तीन घंटा से अधिक रोके रखा गया, जिससे यात्री काफी परेशान रहे. खासकर छोटे बच्चे व बुजुर्ग यात्री बम की खबर से काफी घबराये हुए थे। स्टेशन पर पीने के पानी तक का प्रबंध नहीं था.
लेट हुई तो फिर पिटती रही ट्रेन
एक बार काशी एक्सप्रेस लेट हुई तो फिर यह गाड़ी प्रयागराज, मानिकपुर, सतना, कटनी होते हुए जबलपुर तक पिटती ही रही. जबलपुर ही लगभग 6 घंटा देरी से पहुंची, जिससे यात्री परेशान रहे.