ऑनलाइन इंवेस्टमेंट के नाम पर धोखा देने वाले दो गिरफ्तार, 6 से 8 प्रतिशत का लालच देकर फंसाते थे लोगों को अपने जाल में
भोपाल। एसटीएफ ने ऑनलाइन इंवेस्टमेंट के नाम पर धोखा देने वाले दो लोगों को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। अधिक लाभ देने की लालच देकर इन लोगों ने 7 राज्यों के लोगों को चूना लगाया है। इस गिरोह को चलाने वाला मास्टरमाइंड दुबई में बैठा हुआ है। प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स टीम ने लगभग 2280 करोड़ के फ्रॉड का खुलासा किया है। मामले में संदिग्ध बैंक खातों में जमा राशि 90 करोड़ रुपए को फ्रीज कर दिया हैं।
2280 करोड़ से ज्यादा का फ्रॉड
इस पूरे मामले में अब तक 2280 करोड़ का फर्जीवाड़ा और उससे जुड़े ट्रांजैक्शन सामने आए हैं। इसी के आधार पर एसटीएफ भोपाल ने कहा है कि ये फर्जीवाड़ा 2280 करोड़ रु से ज्यादा का हो सकता है। एसटीएफ ने गैर पंजीकृत नाम की कंपनी में बोटब्रो ट्रेडिंग से अधिक मुनाफा देने का लालच देकर धोखाधड़ी के मामले में ये कार्रवाई की है।
टेलीग्राम पर खेल
इस मामले में सॉफ्टवेयर डेवलप करने वाले दो आरोपियों को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है। एसटीएफ एआईजी नवीन कुमार चौधरी ने खुलासा करते हुए कहा, गैर पंजीकृत योरकर एफएक्स और योरकर केपिटल नाम की कंपनी में बोटब्रो ट्रेडिंग से अधिक मुनाफा देने का लालच देकर धोखाधड़ी की गई है। आरोपी मदन मोहन कुमार और दीपक शर्मा निवेश के नाम पर धोखाधड़ी करते थे। एसटीएफ एआईजी ने कहा कि आरोपियों ने पूछताछ में अब तक कुल 17 और आरोपियों के शामिल होने की जानकारी दी है। आरोपी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टेलीग्राम पर धोखाधड़ी करते थे। ये पूरी गैंग इन्वेस्टमेंट करने वालों को ज्यादा और फिक्स रिटर्न देने का लालच देते थे। जांच में सामने आया है कि आरोपी 6 से 8 प्रतिशत का लालच देकर लोगों को अपने जाल में फंसाते थे।
बनाया था सॉफ्टवेयर
एसटीएफ ने बताया कि हजारों करोड़ की इस ठगी के लिए रोबोटिक सिस्टम का सॉफ्टवेयर डेवलप किया गया था। आरोपियों द्वारा विदेश में भी सुपर लग्जरी लाइफ जीने और सुपर हाई इन्वेस्टमेंट करने की जानकारी मिली हैं। दोनों आरोपी मदन मोहन कुमार और दीपक शर्मा दिल्ली के रहने वाले हैं और प्राइवेट कंपनी में काम करते थे। दोनों आरोपियों की कोर्ट से रिमांड लेकर और पूछताछ की जाएगी।
दुबई में हैं मास्टरमाइंड
एसटीएफ की कड़ी पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया है कि इस हजारों करोड़ की ठगी के मास्टरमांइड दुबई में बैठे हैं। देश के अलग.अलग राज्यों में होने वाली हर हर ठगी के बाद उन्हें मास्टरमाइंड की ओर से मोटी कमिशन मिलती थी। इसका पूरा लेन देन दुबई से चलता था। एसटीएफ के मुताबिक आरोपियों के खिलाफ कई राज्यों में इसी तरह के 16 अन्य केस दर्ज हैं।
