तकनीकी खराबी से रुकी टरबाइन, जबलपुर को गेट खोलकर दिया जा रहा पानी
जबलपुर। जबलपुर के बरगी बांध के पावर हाउस में दो दिन से बिजली उत्पादन बंद है। यहां हर दिन करीब एक लाख यूनिट बिजली बनती है लेकिन इंजीनियरिंग विभाग की लापरवाही से यह काम रुक गया है।
बताया जा रहा है कि बिजली यूनिट को फिर से शुरू करने में करीब 10 दिन लग सकते हैं। 9 जून को यूनिट नंबर-1 में सालाना मरम्मत का काम (एओएच) हो रहा था। इस दौरान पैनल और कार्ड बदले जा रहे थे। लेकिन लापरवाही की वजह से यूनिट-2 के पैनल का टरबाइन से संपर्क टूट गया। अब टरबाइन चालू नहीं हो रही है, इसलिए बिजली बनना बंद है। बिजली कंपनी से जुड़े सूत्रों ने बताया कि जब ये तकनीकी काम हो रहा था, उस वक्त पावर हाउस का इलेक्ट्रिकल इंजीनियर मौजूद नहीं था। काम ठेका कंपनी के इंजीनियर कर रहे थे। इसी लापरवाही से कंपनी को करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा है।
अफसर बोले, मेंटेनेंस का काम जारी
पावर हाउस के अफसर आश्रित कुमार का कहना है कि यह हर साल होने वाला मेंटेनेंस है, जिससे घबराने की जरूरत नहीं है। दूसरी यूनिट में डीसी पावर की समस्या है, उसे भी जल्द ठीक किया जा रहा है। शहर और रेलवे को पानी की सप्लाई बनाए रखने के लिए बरगी बांध के तीन गेट खोल दिए गए हैं। बिजली यूनिट बंद होने से नहरों के जरिए पानी छोड़ा जाना भी रुक गया है। ऐसे में जबलपुर शहर और रेलवे को पानी की सप्लाई बनाए रखने के लिए बरगी बांध के तीन गेट खोल दिए गए हैं। जब तक यूनिट ठीक नहीं हो जाती, पानी गेटों से ही छोड़ा जाएगा। बरगी बांध में पानी का स्तर भी तेजी से घट रहा है। फिलहाल इसमें सिर्फ 23 प्रतिशत पानी बचा है। जल स्तर 410.45 मीटर पर है। पिछले साल इसी समय यह 409.80 मीटर था। बांध की पूरी भराव क्षमता 422.76 मीटर है, जबकि न्यूनतम स्तर 403.55 मीटर होता है।