मुंबई. मायानगरी मुंबई में कोविड-19 मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है. हालांकि, यह बढ़ोतरी चिंता का कारण नहीं है, क्योंकि डॉक्टरों का कहना है कि वर्तमान में जो मामले सामने आ रहे हैं, वे हल्के लक्षणों वाले हैं और 2020 से 2022 के बीच जिन खतरनाक लहरों ने दुनिया को हिला दिया था, उनसे पूरी तरह अलग हैं.
भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के कोविड डैशबोर्ड के अनुसार, वर्तमान में देश में केवल 93 एक्टिव मामले हैं, जो यह बताते हैं कि हालात नेशनल लेवल पर बिल्कुल भी चिंताजनक नहीं हैं.
बीएमसी (बृहन्मुंबई नगर निगम) की कार्यकारी स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दाक्षा शाह ने कहा कि फिलहाल चिंता करने की कोई बात नहीं है. उन्होंने कहा, हम हर महीने सात से नौ कोविड के मामले देखते हैं, क्योंकि कोविड-19 का कारण बनने वाला कोरोना वायरस अब देश में एंडेमिक हो चुका है. बावजूद इसके, बीएमसी के सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग ने डॉक्टरों को सतर्क रहने की सलाह दी है, खासकर बुखार से संबंधित मामलों की जांच करते वक्त.
सिर्फ हल्के लक्षण, न घबराएं
ब्रिच कैंडी अस्पताल के डॉक्टर हेमंत ठाकरे ने बताया कि शनिवार को उन्हें दो नए कोविड-19 पॉजिटिव मरीज मिले थे. इनमें से एक मरीज हाल ही में लंदन से लौटा था और उसे गले में संक्रमण और लगातार खांसी की शिकायत थी. वहीं, दूसरा मरीज बिना किसी यात्रा इतिहास के कोविड पॉजिटिव पाया गया.
विदेशों में भी बढ़ रहे केस
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, सिंगापुर में कोविड-19 मामलों में काफी वृद्धि हुई है. मई के पहले हफ्ते में, वहां के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड-19 के मामलों में 28 प्रतिशत की वृद्धि रिपोर्ट की है, जो लगभग 14,200 तक पहुंच गई है. इसके साथ ही अस्पतालों में भर्ती होने की संख्या में भी 30 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. लेकिन भारतीय डॉक्टरों का कहना है कि यहां घबराने की कोई बात नहीं है. डॉ. ठाकरे का मानना है कि भारतीय जनसंख्या ने समय के साथ कोविड-19 के खिलाफ काफी मजबूत इम्युनिटी विकसित कर ली है.