जबलपुर । पश्चिम मध्य रेल के महाप्रबंधक के निर्देशों का पालन करने की कवायद में पमरे के आला अधिकारी और रेलकर्मी संरक्षित और सुरक्षित रेल परिचालन पर विशेष ध्यान दे रहे हैं। जबलपुर, भोपाल एवं कोटा तीनों मंडलों के मण्डल रेल प्रबंधकों द्वारा विभिन्न रेल खंडों का सघन निरीक्षण किया जा रहा है साथ ही संरक्षित, सुरक्षित रेल परिचालन सुनिश्चित करने के लिए इंजीनियरिंग, यांत्रिक, सिग्नल एवं टेलीकॉम, परिचालन सहित अन्य सभी विभागों के संरक्षा से जुड़े ग्रास रूट लेवल के कर्मचारियों से संवाद किया जा रहा है और रेलकर्मियों को संरक्षा मानकों का ध्यान रखते हुए कार्य करने की हिदायत दी जा रही है। इसी कड़ी में पमरे महाप्रबंधक ने सलैया तक संरक्षा की दृष्टि से सघन निरीक्षण की शुरुआत की थी। इसके पश्चात जबलपुर डीआरएम विवेक शील भी रेलकर्मियों से रूबरू हुए और रेलकर्मियों की समस्याओं को सुना। भोपाल डीआरएम सौरभ बंदोपाध्याय ने भी खंडवा इटारसी रेलखंड का विंडो ट्रैलिंग निरीक्षण किया।
कर्मचारियों की समस्याएं सुन किया समाधान
इसी तरह कोटा डीआरएम मनीष तिवारी ने भी कोटा नागदा रेलखंड का संरक्षा की दृष्टि से सघन निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान तीनों मंडलों के डीआरएम संरक्षा से जुड़े रेलकर्मियों के साथ निरंतर संवाद भी कर रहे हैं। जबलपुर मण्डल में 8 जून डीआरएम ऑफिस सिग्नल एवं टेलीकॉम विभाग में मण्डल रेल प्रबंधक विवेक शील द्वारा मण्डल के दूरस्थ स्टेशनों से आए वरिष्ठ सिग्नल एवम टेलिकॉम सुपरवाइजारों से सीधा संवाद किया और उनकी व्यक्तिगत समस्याओं तथा उनको रेलवे कार्य के दौरान आने वाली परेशानियों को सुना और उनके त्वरित समाधान हेतु निर्देशित किया। उन्होंने स्टाफ को समर्पित होकर एसएण्डटी उपकरणों का आवधिक अनुरक्षण, निरीक्षण निर्धारित शेड्यूल के अनुसार सुनिश्चित करने एवम् संरक्षा को सर्वोपरि रखकर और किसी भी प्रकार का शॉर्ट कट न करने हेतु हिदायत दी।
डीआरएम सौरभ बंदोपाध्याय ने किया निरीक्षण
भोपाल डीआरएम सौरभ बंदोपाध्याय ने शाखा अधिकारियों के साथ दिनांक 8 जून को मंडल के खण्डवा-इटारसी रेल खण्ड का विंडो ट्रेलिंग निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान इस रेल खण्ड पर स्थित रेल पुलों, रेल पथ, ओ.एच.ई., सम्बद्ध उपकरण एवं सिग्नल प्रणाली का सघन निरीक्षण किया एवं आवश्यक सुधार के निर्देश दिए। खंडवा-इटारसी रेल खंड के निरीक्षण के दौरान डीआरएम ने खिरकिया, हरदा एवं बानापुरा स्टेशन पर रेल संरक्षा एवं सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले रेलपथ अनुरक्षकों (ट्रैक मैनों), रेलपथ निरीक्षकों, ओएचई एवं सिग्नल से जुड़े कर्मचारियों के साथ संवाद कर सिग्नलिंग उपकरणों की कार्यप्रणाली की जांच करने, सिग्नल की दृश्यता, दुर्घटना/डी-रेलमेंट की रोकथाम, रेलपथ पर रनओवर की घटनाओं की रोकथाम आदि विषयों पर विस्तार से चर्चा कर संरक्षा से संबंधित दिशा निर्देश दिए । मण्डल रेल प्रबंधक ने सभी रेल कर्मियों को संदेश देते हुए कहा है कि संरक्षा सर्वोपरि है और सभी रेल कर्मी ध्यान रखें कि हमारी पहली जिम्मेदारी सुरक्षित एवं संरक्षित रेल परिचालन की है। कोई भी लापरवाही अथवा चूक ना हो, इसके लिए जरूरी है कि सभी रेलकर्मी शारीरिक और मानसिक रूप से हमेशा चुस्त, दुरुस्त एवं कार्य के प्रति सजग रहें।
कोटा मण्डल में किया निरीक्षण
कोटा मण्डल रेल प्रबंधक मनीष तिवारी ने संबंधित शाखा अधिकारियों के साथ शुक्रवार की शाम कोटा-नागदा सेक्शन का विंडो ट्रेलिंग निरीक्षण किया। मंडल रेल प्रबंधक ने कोटा-नागदा सेक्शन का विंडो ट्रेलिंग निरीक्षण के दौरान गाड़ी संचालन से जुड़े सभी संरक्षा मानकों एवं उक्त सेक्शन के ट्रैक, ब्रिजों, ओएचई, समपार फाटको का गहन अवलोकन किया। कोटा-नागदा खण्ड के भवानी मंडी एवं झालावाड़ रोड़ स्टेशनों पर इंजीनियरिंग, टीआरडी, परिचालन सहित अन्य संरक्षा से जुड़े कर्मचारियों की काउंसिलिंग की। जिसमे उन्होंने संरक्षा से जुड़े कार्यो में शार्टकट ना अपनाने के सख्त निर्देश दिए । साथ ही साथ किसी भी प्रकार की समस्या आने पर कर्मचारी अपने सुपरवाइजर एवं शाखा अधिकारी को अवगत कराएं यदि फिर भी समस्या आती है तो कर्मचारी डीआरएम से सीधे सम्पर्क कर सकते है। इसके अतिरिक्त डीआरएम ने लेवल क्रासिंग गेट एवं स्टेशनों पर उपलब्ध संरक्षा अनुदेशों का भी निरीक्षण किया।