मध्यप्रदेश के डॉक्टरों द्वारा एक महिला का कटा हुआ हाथ दुबारा जोड दिया गया। दरअसल यह मामला इंदौर का है, जहां पर डॉक्टरों द्वारा एक महिला का एक्सीडेंट में कटे हुए हाथ को दोबारा जोड दिया गया। जानकारी के मुताबिक नलखेड़ा क्षेत्र में विगत दिनों एक बुजुर्ग महिला अपने पोते के साथ जीप की विंडो सीट पर बैठी थी। इस दौरान महिला का हाथ आधा बाहर निकला हुआ था। तभी एक ट्रक तेजी से नजदीक से गुजरा और महिला के हाथ शरीर से अलग करते हुए निकल गया।
सडक पर ढूंढा कटा हुआ हाथ
महिला की चीख सुनकर ड्राइवर ने तत्काल गाड़ी रोकी। जिसके बाद तत्काल परिजनों द्वारा इंदौर के एक अस्पताल में फोन लगाकर डॉक्टरों से बात की गई। जिसपर डॉक्टरों ने कहा कि महिला के कटे हाथ को आइस बॉक्स में रख कर तुरंत इंदौर लेकर आएं। आनन-फानन में रात के वक्त घटना स्थल पर महिला का ढूंढा गया। जिसके बाद उसे रास्ते से बर्फ का इंतजाम कर पोलीथिन मंे रखकर तत्काल इंदौर के लिए रवाना हुए।
बीच रास्ते कराई ड्रेसिंग
इंदौर जाते वक्त परिजनों द्वारा रास्ते रूक रूककर कई बार बर्फ का इंतजाम करना पडा। वहीं हाथ कट जाने की वजह से अत्याधिक खून निकलने के कारण बीच रास्ते में ड्रेसिंग करवानी पडी। इसके बाद आधी के वक्त परिजन महिला व कटे हाथ को लेकर हॉस्पिटल पहुंचे। जहां पर पहले से ही अस्पताल में सर्जरी की तैयारी हो चुकी थी।
9 घण्टों तक चली सर्जरी
ऑपरेशन के वक्त डॉक्टरों ने सबसे पहले कटे हाथ को साफ किया। इसके साथ ही उसकी हडिडयां, वेन, मांसपेशियां व्यवस्थित की। फिर महिला को ऑपरेशन थिएटर में लिया। यहां डॉक्टरों ने सबसे पहले अलग हो चुकी हाथों की दो हडिड्यों को जोड़ा। फिर हाथ की दो आर्टरीज को जोड़ा। इसके बाद वेन्स और नर्व को जोड़ा। फिर ऊपर से स्टिच किया। इस दौरान महिला को छह यूनिट ब्लड चढ़ाना पड़ा। यह सर्जरी लगभग 9 घंटे तक चली। इस ऑपरेशन के लगभग 3 दिनों बाद महिला के हाथ की मूवमंेट शुरू हो गई ।