जबलपुर । शहर के एक थाने में पदस्थ आरक्षक का कंकाल छिंदवाड़ा के जंगलों में मिला है । आरक्षक लगभग 1 महीनें से लापता था, जिसकी परिजनों द्वारा थाने में गुमशुदगी दर्ज करवाई गई थी। जानकारी के मुताबिक पिछले महीनें जबलपुर से गायब हुए पुलिस आरक्षक संतु लाल उइके का कंकाल उसके घर से 2 किलोमीटर दूर एक जंगल में मिला है। इस मामले की खबर लगते ही हड़कंप मच गया है । मृतक संतलाल उइके मूल रूप से पांढुर्ना के भैसा डोंगरी का निवासी था, जो जबलपुर के एक थाने में बतौर आरक्षक पद पर पदस्थ था । जानकारी के पिछले महीनें आरक्षक छिंदवाड़ा के फव्वारा चौक के सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ था। इसके बाद उसकी लोकेशन रिंग रोड में मिली थी । वहीं देर शाम मृतक के घर से 2 किलोमीटर दूर स्थित मोर घाट के जंगल में उसकी बाइक दिखाई दी। जिसके थोड़ी ही दूर पर कंगाल पड़ा हुआ था। परिजनों ने आरक्षक की चप्पल और बाइक से उसकी पहचान की इसके बाद पुलिस ने कंकाल को जप्त कर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया है ।
पुलिस को आत्महत्या की आंशका
पुलिस के मुताबिक जहां पर युवक का कंकाल मिला वहां पर पेड़ पर गमछा लटका हुआ था। जिसके चलते यह आशंका लग रही है कि आरक्षक ने फंदा लगाकर सुसाइड किया होगा वही जंगली जानवरों ने उसके शव को नोच-नोच कर नीचे लाकर कंकाल में तब्दील कर दिया गया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है ।