जबलपुर। राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ अधिवक्ता विवेक तन्खा ने इंडिगो एयरलाइंस पर यात्रियों को गुमराह करने और उनके अधिकारों के हनन का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए एयरलाइन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए नागरिक उड्डयन मंत्रालय से सख्त कार्रवाई की मांग की है।उन्होंने बताया कि रायपुर से दिल्ली जाने वाली उड़ान जयपुर डायवर्ट की गई पर पैसेंजर को जानकारी तक नहीं दी गयी।
क्या है पूरा मामला
सांसद तन्खा का यह आरोप इंडिगो की उड़ानों में हो रही निरंतर देरी और बिना ठोस कारण के फ्लाइट्स रद्द किए जाने की घटनाओं के बाद सामने आया है। उन्होंने कहा कि एयरलाइन अक्सर 'तकनीकी खराबी' या 'खराब मौसम' का हवाला देकर उड़ानें रद्द कर देती है, जबकि असल कारण अक्सर क्रू की कमी या कुप्रबंधन होता है। उड़ानों के रद्द होने या घंटों देरी होने पर यात्रियों को हवाई अड्डे पर बुनियादी सुविधाएं जैसे भोजन, पानी या विश्राम की व्यवस्था नहीं दी जाती। तन्खा ने कहा कि इंडिगो अपनी 'मोनोपोली' का फायदा उठा रही है और यात्रियों के प्रति उसकी कोई जवाबदेही नजर नहीं आती।
नियमों के उल्लंघन का दावा
विवेक तन्खा ने यह भी संकेत दिया कि एयरलाइंस अक्सर नागरिक उड्डयन महानिदेशालय के यात्री चार्टर का उल्लंघन करती हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यात्रियों को उनकी उड़ान रद्द होने पर समय रहते सूचित करना और रिफंड या वैकल्पिक व्यवस्था प्रदान करना अनिवार्य है, जिसमें एयरलाइन विफल रही है। सांसद ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री से इस मामले में हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि अगर एयरलाइंस इसी तरह यात्रियों को गुमराह करती रहीं, तो यह न केवल लोगों के भरोसे को तोड़ेगा बल्कि देश के विमानन क्षेत्र की साख को भी नुकसान पहुंचाएगा। यह मामला अब सोशल मीडिया पर भी गरमा गया है, जहाँ कई अन्य यात्रियों ने तन्खा के सुर में सुर मिलाते हुए अपने बुरे अनुभव साझा किए हैं। इंडिगो के लिए यह आरोप एक बड़ी चुनौती बनकर उभरे हैं।
