कोटा/जबलपुर। पश्चिम मध्य रेलवे के कोटा मंडल के कोटा-रामगंजमंडी रेलखंड पर स्थित कंवलपुरा स्टेशन पर सोमवार-मंगलवार की देर रात बड़ी संख्या में ट्रैकमैनों ने अपने वरिष्ठ खंड अभियंता (रेल पथ) संजय झा के खिलाफ गंभीर आरोपों को लेकर टूल डाउन हड़ताल शुरू कर दी। ट्रैकमैन आधी रात के बाद भी तेज ठंड में पटरी किनारे धरने पर बैठे रहे, जिससे रेलवे मंडल अधिकारियों में हड़कंप मच गया। घटना की शिकायत पमरे मुख्यालय जबलपुर में पीसीई से भी की गई है.
एसएसई पर लगाए गंभीर आरोप
ट्रैकमैनों ने वरिष्ठ खंड अभियंता (एसएसई) संजय झा पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसके विरोध में यह हड़ताल की गई है, जो आरोप लगाये गय हैं, उनमें मनमाने ढंग से नियम विरुद्ध तरीके से काम कराना। खराब व्यवहार, शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताडि़त करना।कर्मचारियों से अभद्रता, गाली-गलौज करना, निर्धारित से अधिक घंटे तक काम कराना और दो दिन का काम एक दिन में पूरा करने का अनुचित दबाव बनाना। गलत तरीके से चार्ज शीट जमाना। कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि कोटा मंडल के वरिष्ठ मंडल अभियंता को भी कई बार शिकायत की गई, किंतु वे भी उनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रहे.
चार्ज शीट पर विशेष आपत्ति
ट्रैकमैनों ने आरोप लगाया कि मनमानी की हद है कि जीपीएस के आधार पर नाइट पेट्रोलिंग करने वाले कर्मचारियों को चार्ज शीट दी जा रही है, जबकि वे अपनी बीट (निर्धारित दूरी) पूरी कर रहे हैं। अंडर रेस्ट में रहे कर्मचारियों को भी गलत तरीके से चार्ज शीट थमाई गई है। कार्य पूरा नहीं करने पर कर्मचारियों को अनुपस्थित दिखाकर चार्ज शीट दी जा रही है। कीमैन से नियम विरुद्ध तरीके से ईआरसी (इलास्टिक रेल क्लिप) का ग्रीस करवाया जा रहा है और शेष की सफाई करवाई जा रही है।
अत्यधिक कार्यक्षमता का दबाव
ट्रैकमैनों ने बताया कि रेल पटरियों पर अत्यधिक गिट्टी होने के बावजूद भी उनसे 40-40 स्लीपर खाली करवाए जा रहे हैं। यह आदमी की क्षमता से कहीं अधिक कार्य है, जिसके कारण शाम 7 बजे तक भी काम पूरा नहीं हो पाता है। इससे कर्मचारियों पर मानसिक तनाव बढ़ रहा है, जिसका असर उनके पारिवारिक जीवन पर भी पड़ रहा है। कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि संजय झा को यहां आए कुछ ही महीने हुए हैं। इससे पहले लाखेरी में भी उनका यही हाल था, जहां उनके खिलाफ दर्जनों शिकायतें थीं।
जबलपुर मुख्यालय तक पहुंचा मामला
ट्रैकमैनों की हड़ताल की सूचना मिलते ही देर रात रामगंज मंडी से सहायक मंडल अभियंता ने मौके पर पहुंचकर ट्रैकमैनों से बातचीत की, लेकिन ट्रैकमैन अपनी मांगों पर अड़े रहे। वहीं इस पूरे मामले की शिकायत पश्चिम मध्य रेलवे मुख्यालय में प्रमुख मुख्य अभियंता को भी की गई है. इस हड़ताल को मजदूर संगठनों ने भी अपना समर्थन दिया है। ट्रैकमैनों ने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगों का समाधान नहीं होता, हड़ताल जारी रहेगी, और मंगलवार को इसमें और अधिक ट्रैकमैन शामिल होंगे।

