एसडीएम–तहसीलदार ड्यूटी में व्यस्त, आम नागरिक परेशान
जबलपुर। प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, आरआई और पटवारियों की एसआईआर की ड्यूटी में तैनाती के कारण पिछले एक महीने से नामांतरण, बटांक, सीमांकन, जाति प्रमाण पत्र और आय प्रमाण पत्र समेत अधिकांश राजस्व सेवाएँ ठप पड़ी हुई हैं। आवश्यक कार्यों के लिए जब नागरिक तहसील कार्यालय पहुँचते हैं, तो उन्हें अधिकारियों की अनुपस्थिति का सामना करना पड़ता है। अधिकारी एसआईआर और निर्वाचन संबंधी कार्यों में लगे हैं, जिसके कारण नियमित राजस्व कार्यों पर पूरी तरह ब्रेक लगा हुआ है।
प्रोटोकॉल ड्यूटी से दफ्तर खाली, जनता भटक रही
चुनाव की तैयारियों के चलते अधिकारी और कर्मचारी अपनी-अपनी प्रोटोकॉल ड्यूटी में व्यस्त हैं। कुछ अधिकारियों की ड्यूटी कोर्ट में लगाई गई है, जिन्हें रोज सुबह 10 से शाम 5 बजे तक कोर्ट में उपस्थित रहना होता है। इस वजह से तहसील कार्यालय लगभग खाली रहता है और आम नागरिकों को कई दिनों तक चक्कर काटने पड़ रहे हैं। आदेश जारी होने के बाद कुछ दिनों तक एसडीएम, तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार कोर्ट में बैठकर कामकाज संभालते रहे, लेकिन बाद में अधिकांश अधिकारी फिर से प्रोटोकॉल ड्यूटी में लग गए, जिससे स्थिति और खराब हो गई।
नया सिस्टम फेल, पुराने ढर्रे पर कामकाज
जनता की परेशानी को देखते हुए शासन ने कुछ समय पूर्व नया सिस्टम लागू किया था, जिसके तहत न्यायालयीन और राजस्व कार्यों के लिए अलग-अलग तहसीलदार नियुक्त किए जाने थे। व्यवस्था यह थी कि न्यायालयीन कार्यों हेतु नियुक्त तहसीलदार सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक कार्यालय में उपलब्ध रहें, ताकि न्यायालयीन कार्य समय पर निपट सकें। लेकिन बैठकों और एसआईआर के चलते यह सिस्टम पूरी तरह लागू नहीं हो सका। नवंबर की शुरुआत में नया सिस्टम पटरी से उतर गया और कामकाज फिर से पुराने ढर्रे पर लौट आया है, जिससे नागरिकों की परेशानी लगातार बढ़ रही है।
