बताया गया है कि सतना के व्यापारी वीरेन्द्र कुमार को ई-बिल से जुड़े मामले में पेनाल्टी न लगाने व फाइल आगे बढ़ाने के लिए सेंट्रल जीएसटी इंस्पेक्टर कुमार सौरभ द्वारा 60 हजार रुपए की मांग की जा रही थी। जिसकी शिकायत वीरेन्द्र कुमार ने रीवा में लोकायुक्त एसपी से की। इसके बाद आज व्यापारी वीरेन्द्र कुमार सतना में सिविल लाइन में इनकम टैक्स कालोनी जीएसटी इंस्पेक्टर कुमार सौरभ के घर पहुंच गया। जहां पर कुमार सौरभ ने जैसे ही वीरेन्द्र कुमार से 20 हजार रुपए की रिश्वत ली, तभी लोकायुक्त टीम ने दबिश देकर रंगे हाथ पकड़ लिया। लोकायुक्त टीम के हत्थे चढ़ते ही कुमारसौरभ कुल पल के लिए स्तब्ध रह गए। वे कुछ समझ पाते इससे पहले लोकायुक्त टीम उन्हे लेकर सीधे सर्किट हाउस पहुंच गई, जहां पर उनसे पूछताछ करते हुए मामले से जुड़े दस्तावेज एकत्र किए। सेंट्रल जीएसटी इंस्पेक्टर कुमार सौरभ के पकड़े जाने से विभाग में हड़कम्प मचा रहा। खबर है कि आरोपी इंस्पेक्टर लंबे समय से व्यापारियों पर अनैतिक तरीके से दबाव बनाकर वसूली करता रहा है। स्थानीय कारोबारी भी उसकी कार्यशैली से परेशान थे, लेकिन खुलकर शिकायत करने से डरते थे। लोकायुक्त टीम ने कुमार सौरभ के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है। जांच टीम यह भी पता लगा रही है कि कहीं इंस्पेक्टर अन्य मामलों में भी अवैध वसूली में तो शामिल नहीं था।