एक्शन में निगमायुक्त: उपयंत्री की वेतन वृद्धि रोकी, नगर निगम में हड़कंप


 सीएम हेल्पलाइन में लापरवाही कार्रवाई

जबलपुर। नगर निगम प्रशासन अब जनसमस्याओं के निराकरण को लेकर पूरी तरह सख्त हो गया है। नगर निगम आयुक्त राम प्रकाश अहिरवार इन दिनों 'एक्शन मोड' में हैं और स्पष्ट कर दिया है कि जनता की शिकायतों की अनदेखी करने वाले अधिकारियों की अब खैर नहीं। इसी कड़ी में, विभागीय कार्यों में लापरवाही और अनुशासनहीनता बरतने पर संभाग क्रमांक 15 (सुहागी) के उपयंत्री राज नारायण सराफ के विरुद्ध कठोर दंडात्मक कार्रवाई की गई है।

बैठक से नदारद रहना पड़ा भारी

​मामला सीएम हेल्पलाइन की लंबित शिकायतों की समीक्षा से जुड़ा है। निगमायुक्त अहिरवार ने शहरवासियों की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक बुलाई थी। इस अत्यंत महत्वपूर्ण बैठक में उपयंत्री राज नारायण सराफ बिना किसी पूर्व सूचना या ठोस कारण के अनुपस्थित रहे। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशों की अवहेलना और शासकीय कार्यों के प्रति इस गैर-जिम्मेदाराना रवैये को निगमायुक्त ने अत्यंत गंभीरता से लिया। अनुशासनहीनता के इस कृत्य पर तत्काल संज्ञान लेते हुए आयुक्त ने उपयंत्री की एक वार्षिक वेतन वृद्धि रोकने के आदेश जारी कर दिए हैं। इस कार्रवाई से निगम के अन्य अधिकारियों के बीच भी हड़कंप मच गया है।

जनता की सेवा सर्वोपरि: लापरवाही पर होगी सीधी कार्रवाई

​निगमायुक्त राम प्रकाश अहिरवार ने दो टूक शब्दों में कहा कि शासन की प्राथमिकता वाली सीएम हेल्पलाइन  योजना में किसी भी प्रकार की कोताही या विलंब अक्षम्य है। उन्होंने जोर देकर कहा कि जनता की समस्याओं का समय सीमा के भीतर निराकरण करना केवल एक शासकीय दायित्व नहीं, बल्कि नैतिक जिम्मेदारी भी है। आयुक्त ने सख्त हिदायत देते हुए कहा कि भविष्य में भी यदि कोई अधिकारी या कर्मचारी अपने कर्तव्यों के निर्वहन में लापरवाही बरतता पाया गया, तो उसके विरुद्ध इससे भी कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सभी विभाग प्रमुखों को 'डेडीकेटेड वर्किंग' अपनाने का निर्देश दिया है, ताकि जबलपुर नगर निगम की कार्यशैली में पारदर्शिता और गतिशीलता बनी रहे।

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