छात्र मंदिर छोड़कर चर्च जाने लगा,परिवार ने शिक्षिका–फादर पर लगाया ब्रेनवॉश का आरोप, देखें वीडियो

 



जबलपुर में छात्र के व्यवहार बदलाव से बढ़ी हलचल, हिंदू संगठन सामने आए

जबलपुर। अधारताल क्षेत्र में एक छात्र के अचानक बदलते व्यवहार और धार्मिक झुकाव को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। परिजनों का कहना है कि हाल के महीनों में छात्र का रुझान मंदिरों से हटकर चर्च की ओर बढ़ गया और घर में भगवानों की तस्वीरें व प्रतिमाएँ नुकसान पहुंचाने जैसी घटनाएँ सामने आईं। परिवार का आरोप है कि यह बदलाव किसी स्वाभाविक प्रक्रिया का परिणाम नहीं, बल्कि स्कूल से जुड़े व्यक्तियों के प्रभाव का परिणाम है। मामले ने स्थानीय संगठनों और पुलिस का ध्यान भी अपनी ओर खींचा है।

विरोध करने पर बालक आक्रामक हो रहा

शिकायत के अनुसार, सत्यनारायण शर्मा (55) का बेटा नीट की तैयारी कर रहा है और पहले सेंट जेवियर स्कूल में पढ़ता था। इसी दौरान उसकी मुलाकात स्कूल की शिक्षिका पलक सिंह से हुई। पिता का आरोप है कि शिक्षिका और एक फादर द्वारा दिए गए धार्मिक आग्रहों के चलते छात्र ने चर्च जाना शुरू कर दिया।
परिजनों का कहना है कि विरोध करने पर छात्र आक्रामक हो जाता है और घर में हाथापाई की स्थिति उत्पन्न कर देता है। शिकायतकर्ता के मुताबिक, बेटा धर्म परिवर्तन के लिए दबाव में है, और इसी प्रभाव में उसने घर में रखी हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां तोड़ दीं और तस्वीरें फाड़ दीं। पिता ने यह भी बताया कि बेटा दरवाज़े तक तोड़ने की कोशिश कर चुका है और लगातार कहता है कि वह ईसाई धर्म अपनाना चाहता है।

 हिंदू संगठन ने की सख्त कार्रवाई की मांग

मामले की शिकायत अधारताल थाने में दर्ज कराई गई है। पुलिस ने आवेदन लेकर जांच प्रारंभ कर दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पूरे प्रकरण की तथ्यात्मक जांच की जाएगी और आरोपों की सत्यता के आधार पर कार्रवाई होगी। शिकायतकर्ता के साथ थाने पहुँची अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद की प्रीति धनधारिया ने कहा कि स्कूल प्रबंधन और संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ औपचारिक शिकायत दे दी गई है। संगठन ने धार्मिक प्रभाव के आरोपों को गंभीर मानते हुए कठोर कार्रवाई की माँग की है। फिलहाल पुलिस परिवार, स्कूल और संबंधित व्यक्तियों से बयान दर्ज कर रही है। घटना ने शहर में चर्चा और चिंता दोनों पैदा कर दी है।

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