जबलपुर। शहर के एक 40 वर्षीय युवक के लिए मछली खाना उस वक्त मुसीबत बन गया, जब मछली की हड्डी (फिश बोन) उसकी जीभ के पिछले हिस्से में जा धंसी। रातभर तेज दर्द से तड़पने के बाद युवक उपचार के लिए विक्टोरिया अस्पताल की ईएनटी ओपीडी पहुँचा। यहां डॉक्टरों ने एक माइनर सर्जरी के जरिए हड्डी को सुरक्षित बाहर निकाला, जिसके बाद मरीज ने राहत की सांस ली।
दर्द से ने किया परेशान,एंडोस्कोपी से हुई पहचान
ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. अमित अग्रवाल ने बताया कि मरीज जब ओपीडी आया, तो उसने जीभ के पिछले हिस्से में कुछ चुभने और गंभीर दर्द की शिकायत की थी। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए तत्काल एंडोस्कोपी जांच कराई गई। जांच में स्पष्ट हुआ कि जीभ के एकदम पिछले हिस्से में, स्वर यंत्र के पास मछली का एक कांटा फंसा हुआ है। हड्डी ऐसी जगह थी जहां बिना सर्जरी उसे निकालना असंभव था। चिकित्सकों की टीम ने छोटी सी सर्जरी कर सफलतापूर्वक फिश बोन को बाहर निकाल दिया। डॉक्टरों ने सलाह दी है कि मछली खाते समय सावधानी बरतें और गले या जीभ में कुछ फंसने पर घरेलू उपचार के बजाय तुरंत विशेषज्ञ से संपर्क करें।
