सिहोरा स्टेशन में रेल रोको आंदोलन विफल, सुरक्षा व्यवस्था के आगे नहीं चला दबाव
जबलपुर। सिहोरा को जिला बनाए जाने की मांग को लेकर लंबे समय से क्षेत्र में असंतोष बना हुआ है। इसी मांग के समर्थन में कुछ संगठनों द्वारा सिहोरा रेलवे स्टेशन पर रेल रोको आंदोलन की घोषणा की गई थी। आंदोलन को लेकर पहले से ही प्रशासन अलर्ट मोड पर था, क्योंकि इससे रेल यातायात और यात्रियों की सुरक्षा प्रभावित होने की आशंका जताई जा रही थी।
अलर्ट मोड पर प्रशासन, मौके पर पहुंची जीआरपी
रेल रोको आंदोलन की सूचना मिलते ही जीआरपी और स्थानीय पुलिस ने संयुक्त रूप से सिहोरा रेलवे स्टेशन पर मोर्चा संभाल लिया। स्टेशन परिसर, प्लेटफॉर्म, प्रवेश-निकास मार्ग और रेलवे ट्रैक पर विशेष निगरानी रखी गई। भारी पुलिस बल की मौजूदगी के चलते प्रदर्शनकारी किसी भी तरह की अव्यवस्था पैदा नहीं कर सके। जीआरपी थाना प्रभारी संजीवनी राजपूत ने बताया कि सिहोरा स्टेशन पर पहले से ही सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। रेलवे अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि रेल यातायात बाधित करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन की मुस्तैदी के चलते रेल रोको आंदोलन पूरी तरह बेअसर साबित हुआ।
प्रमुख बिंदु :
- जीआरपी और स्थानीय पुलिस तैनात
- स्टेशन परिसर में सख्त निगरानी
- यात्रियों से सतर्क रहने की अपील
- किसी भी ट्रेन को नहीं रोका गया
रेल यातायात सामान्य, आंदोलन बेअसर
निर्धारित समय पर प्रस्तावित रेल रोको आंदोलन शुरू नहीं हो सका। पुलिस बल की सख्ती और प्रशासनिक तैयारी के कारण आंदोलन विफल रहा। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, पूरे घटनाक्रम के दौरान रेल संचालन पूरी तरह सामान्य रहा और किसी भी ट्रेन के आवागमन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा।
स्थिति से जुड़े अहम तथ्य :
- कोई अप्रिय घटना नहीं हुई
- यात्रियों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं
- रेलवे संपत्ति को कोई नुकसान नहीं
- कानून व्यवस्था पूरी तरह नियंत्रण में रही
