जबलपुर. ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन (एआईआरएफ) का 101वां वार्षिक अधिवेशन 22 से 24 दिसंबर तक लखनऊ के चारबाग स्टेडियम में आयोजित है। इस अधिवेशन में पश्चिम मध्य रेलवे जबलपुर के तीनों मंडलों सहित पूरे देश से हजारों कर्मचारी रवाना हो हुए हैं. जबलपुर से आज रविवार 21 दिसम्बर की रात को चित्रकूट एक्सप्रेस में स्पेशल कोच लगा, जिसमें वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन (डबलूसीआरईयू) के पदाधिकारी, कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लेने रवाना हुए.
यूनियन के जबलपुर मंडल अध्यक्ष का. बीएन शुक्ला, मंडल सचिव का. रोमेश मिश्रा के नेतृत्व में जबलपुर-लखनऊ चित्रकूट एक्सप्रेस से पदाधिकारी, कार्यकर्ता लखनऊ रवाना हुए. रेलवे स्टेशन पर कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की और ओपीएस की मांग को लेकर अपना विरोध प्रदर्शित किया. मंडल सचिव रोमेश मिश्रा ने कहा कि तीन दिन तक चलने वाला यह अधिवेशन इस वर्ष कई अहम मुद्दों पर निर्णायक चर्चा का केंद्र बनेगा।
ये उठेंगे मुख्य मांगें
- आठवें वेतन आयोग की स्थापना और लागू करने की घोषणा
- गैर-अंशदायी राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (एनपीएस) को समाप्त कर पुरानी पेंशन बहाल करना.
- संवर्ग पुनर्गठन को 1 नवंबर 2023 से लागू करने का फैसला
- इन मुद्दों पर कई वर्षों से बातचीत चल रही है, लेकिन कर्मचारियों का कहना है कि अब ठोस निर्णय की जरूरत है।
नए पदों का सृजन और रिक्तियों को भरने पर जोर
रेलवे के विभिन्न विभागों में लंबे समय से खाली पड़े पदों ने कामकाज की गति को प्रभावित किया है। अधिवेशन में नए पदों का सृजन, विभिन्न वर्गों में लंबित पदों को तुरंत भरने,भर्ती प्रक्रिया तेज करने की मांग जोर-शोर से की जाएगी। यूनियन का मानना है कि बढ़ते काम और नई परियोजनाओं को देखते हुए रेलवे में मानव संसाधन बढ़ाना बेहद जरूरी है।
