आज 6 दिसम्बर… प्रशासन अलर्ट

 


किसी भी आयोजन की अनुमति नहीं, सोशल मीडिया पर निगरानी तेज

जबलपुर। 6 दिसम्बर को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में है। साल 1992 से जुड़ी घटनाओं के कारण यह दिन शहर में संवेदनशील माना जाता है। एक पक्ष इसे शौर्य दिवस के रूप में देखता है, तो दूसरा पक्ष इसी तिथि को काला दिवस मानता है। दोनों ही पक्षों द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों की अनुमतियों के लिए आवेदन दिए गए थे, लेकिन प्रशासन ने किसी भी आयोजन की अनुमति नहीं दी है।शहर के सभी संवेदनशील क्षेत्रों,हनुमानताल, गोरखपुर, अधारताल, गोहलपुर, लॉर्डगंज, विजय नगर और ग्रामीण इलाकों में पुलिस बल की अतिरिक्त तैनाती की गई है। देर रात से ही पुलिस–प्रशासन के अधिकारी लगातार क्षेत्रों का भ्रमण कर स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। भीड़ जमा करने या समूह बनाने पर रोक लगाई गई है।

अधिकारियों को निर्देश

34 वर्षीय विवादित इतिहास की पृष्ठभूमि को देखते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी छोटी सूचना को गंभीरता से लेते हुए तत्काल मौके पर पहुँचें। सोशल मीडिया पर भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है ताकि किसी तरह की भ्रामक पोस्ट, कमेंट या उकसावे की सामग्री फैल न सके। पुलिस ने शहरवासियों से अपील की है कि किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें और संदिग्ध गतिविधि दिखने पर तुरंत पुलिस को सूचित करें। प्रशासन का कहना है कि शौर्य दिवस या काला दिवस के किसी भी प्रकार के आयोजन पर पूर्ण प्रतिबंध लागू है और कानून-व्यवस्था बनाए रखना सर्वोच्च प्राथमिकता है।

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