रिकॉर्ड ब्रेकर बनी यूनिट-5: 'बड़े दिन' पर अमरकंटक ताप विद्युत गृह का बड़ा कमाल, टूटा बरसों पुराना रिकॉर्ड


अमरकंटक ताप विद्युत गृह चचाई का ऐतिहासिक कीर्तिमान: लगातार 450 दिन उत्पादन

जबलपुर। मध्यप्रदेश के ऊर्जा क्षेत्र में 25 दिसंबर (बड़ा दिन) एक ऐतिहासिक उपलब्धि का गवाह बना। मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी  के अमरकंटक ताप विद्युत गृह चचाई की 210 मेगावाट क्षमता वाली यूनिट नंबर 5 ने लगातार 450 दिनों तक निर्बाध बिजली उत्पादन करने का गौरव हासिल किया है। प्रदेश के इतिहास में यह पहली बार है जब किसी बिजली इकाई ने इतनी लंबी अवधि तक बिना रुके उत्पादन किया हो। यह यूनिट 1 अक्टूबर 2024 से निरंतर संचालित है और इससे पहले इसने 1 अक्टूबर को एक वर्ष (365 दिन) की निरंतरता का रिकॉर्ड भी बनाया था।

तकनीकी उत्कृष्टता और कार्यकुशलता के नए मापदंड

​इस असाधारण प्रदर्शन के पीछे उच्च स्तरीय तकनीकी प्रबंधन और टीम की विशेषज्ञता रही है। यूनिट नंबर 5 ने परिचालन के दौरान शानदार प्रदर्शन के आंकड़े पेश किए हैं। ​प्लांट अवेलेबिलिटी फैक्टर 98.48%,​प्लांट लोड फैक्टर 94.91% व ​सहायक विद्युत खपत  मात्र 9.29%। ये आंकड़े स्पष्ट करते हैं कि संयंत्र ने न केवल लंबी अवधि तक काम किया, बल्कि इस दौरान दक्षता और विश्वसनीयता का स्तर भी अत्यंत उच्च रहा। किसी भी ताप विद्युत इकाई के लिए बॉयलर, टरबाइन और जनरेटर जैसे जटिल उपकरणों को बिना किसी तकनीकी खराबी के इतने लंबे समय तक चलाना एक बड़ी चुनौती होती है, जिसे चचाई के अभियंताओं ने बखूबी अंजाम दिया।

टूट गयीं पुरानी धारणाएं

​इस उपलब्धि ने जेनको की साख को मजबूती प्रदान की है और उन धारणाओं को भी तोड़ा है कि सरकारी संयंत्र ऐसा प्रदर्शन नहीं कर सकते। यूनिट 5 के निर्बाध संचालन से प्रदेश के विद्युत ग्रिड को स्थिरता मिली और घरेलू एवं औद्योगिक क्षेत्रों में सुचारु बिजली आपूर्ति सुनिश्चित हुई। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, अपर मुख्य सचिव ऊर्जा नीरज मंडलोई और प्रबंध संचालक मनजीत सिंह ने इस सफलता पर हर्ष व्यक्त करते हुए पूरी टीम को बधाई दी है। प्रबंध संचालक ने कहा कि यह सामूहिक प्रयास, अनुशासित कार्यशैली और तकनीकी समर्पण का परिणाम है। यह सफलता अब प्रदेश की अन्य ताप विद्युत इकाइयों के लिए एक प्रेरणा स्रोत के रूप में कार्य करेगी। 

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