सतना. एमपी के सतना जिला चिकित्सालय में बेहद गंभीर मामले का खुलासा हुआ है. यहां थैलेसीमिया पीडि़त बच्चों को ब्लड डोनेट किया गया. ये ब्लड एचआईवी संक्रमित था. इससे 4 मासूम बच्चे एचआइवी पॉजिटिव पाए गये हैं. इसका खुलासा होते ही हड़कंप मच गया. यह मामला 4 माह पुराना है, लेकिन मामले का खुलासा सोमवार 15 दिसम्बर को हुआ.
थैलेसीमिया पीडि़त थे बच्चे
सतना जिला अस्पताल के ब्लड बैंक पर जानलेवा लापरवाही का आरोप लगा है. लापरवाही का नतीजा है कि 4 मासूम एचआइवी से संक्रमित हो गए. अब चारों मासूमों की जान संकट में है. चारों मासूम पहले से ही थैलेसीमिया जैसी बड़ी बीमारी का शिकार थे. अब एचआईवी का शिकार भी हो गए. ब्लड बैंक से ब्लड डोनेट के रूप में एचआइवी से संक्रमित रक्त उन्हें चढ़ा दिया गया.
चारों मासूम एचआईवी पॉजीटिव
मामले का खुलासा सोमवार को हुआ. थैलेसीमिया जैसी बड़ी बीमारी से ग्रस्त बच्चों को लगातार ब्लड की जरूरत होती है. जिला अस्पताल में रक्तदाताओं द्वारा स्वैच्छिक रूप से रक्त लिया जाता है. लेकिन अब स्वैच्छिक रूप से लिए गए रक्त ने बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं. रक्तदाताओं से लिए गए रक्त को 4 मासूमों को चढ़ा दिया गया और जब जांच की गई तो चारों मासूम एचआईवी पीडि़त पाए गए. इनकी उम्र 8 से 12 वर्ष के बीच है. सतना जिला अस्पताल के ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. देवेंद्र पटेल का कहना है 4 मासूम ब्लड चढ़ाने के बाद एचआईवी संक्रमित हुए हैं. रक्तदाताओं की जांच की जा रही है.
