सागर। एमपी के सागर स्थित राहतगढ़ के जंगल में काले हिरण का शिकार करने वाले भोपाल के बीएचएमएस डाक्टर वसीम खान व उसके दो साथियों को वन विभाग की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। टीम ने डाक्टर वसीम खान के कब्जे से 22 बोर की वह गन भी बरामद की है, जिसे डाक्टर ने माडिफाइड किया था। इसी गन से काले मादा हिरण का शिकार किया था।
बताया गया है कि भोपाल के बीएचएमएस डाक्टर वसीम खान काले हिरण का शिकार करके उसका मांस भोपाल से मुम्बई भेजता रहा। वन विभाग की टीम द्वारा वसीम खान की तलाश की जा रही थी, इस दौरान खबर मिली कि वसीम खान अपने दो साथियों के साथ राहत गढ़ के जंगल में है। जिसपर टीम झाडिय़ों के पीछे छिपकर इंतजार करती रही। देर रात तीन बजे के लगभग दो कारें जंगल से जैसे ही बाहर आई तभी टीम ने घेराबंदी कर कारों को रोक लिया। कार की तलाशी लेने पर दस किलो मांस, खाल, दांत, गन, सागौन की लकड़ी मिली। टीम को वसीम खान के पास से खाल उतारने वाला चाकू, तेज धार का बका और मॉडिफाइड प्वाइंट-22 गन मिली। ट्रेनी आईएफएस जयप्रकाश के अनुसार वह पहले भी खरगोश का शिकार कर चुका है। अब हिरण के शिकार के लिए राहतगढ़ आया। यहां ओमकार आदिवासी व राजू आदिवासी से मिला। यहीं शिकार की प्लानिंग की थी। वन विभाग की टीम अब डाक्टर वसीम खान से पूछताछ कर ही है कि अभी तक कितने वन्य प्राणियों का शिकार किया है और उनका मांस किन किन शहरों को सप्लाई करता रहा।