शहर से गायब हो गए 2 लाख मतदाता !, हटा दिए जाएंगे नाम


जबलपुर।
मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण एसआईआर के अंतर्गत जिले की आठों विधानसभा क्षेत्र में ढाई लाख से अधिक मतदाता गायब मिले। ऐसे मतदाताओं को एएसडीआर श्रेणी में रखा गया है। एएसडीआर श्रेणी में दर्ज हो जाने का मतलब मतदाता अनुपस्थित, स्थानांतरित हो गए या फिर मृत हो चुके हैं। सत्यापन के दौरान पता चला कि इन 2 लाख 64 हजार 287 मतदाताओं में से 50 हजार 961 मृत हो चुके हैं। जबकि शेष 2 लाख 13 हजार 326 मतदाता प्रशासन के लिए चुनौती बन गए हैं।

2 लाख 13 हजार 326 मतदाताओं में एक लाख 19 हजार 273 ऐसे मिले जो स्थानांतरित यानी दूसरी जगह चले गए वे सत्यापन के दौरान नहीं मिले। मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण के दौरान 78 हजार 699 ऐसे मतदाता के नाम भी सूची में दर्ज रहे, जो सत्यापन के दौरान अनुपस्थित पाए गए, ये बूथ स्तर पर नही मिले। जबकि 1 हजार 927 ऐसे मतदाताओं के नाम भी सामने आए हैं इनके बारे में बीएलओ कोई जानकारी नहीं निकाल पाए।

वोटर सूची में इनके नाम दर्ज हैं परंतु अब इनका पता-ठिकाना ज्ञात नहीं हो पा रहा है। जिससे प्रशासन की चिंता भी बढ़ गई है। क्योंकि ये संदिग्ध भी हो सकते हैं। वैसे भी एसआइआर कार्य के दौरान जिलेभर में जगह.जगह संदिग्ध लोगों की मौजूदगी का पता चल रहा है। फिलहाल जिला निर्वाचन कार्यालय द्वारा ये पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि आखिर ये 1 हजार 927 मतदाताओं के नाम किस आधार पर मतदाता सूची में जोड़ा गया।

जिले की सभी आठ विधानसभा क्षेत्रों में सोमवार से एएसडीआर श्रेणी में दर्ज ;अनुपस्थित, स्थानांतरित, मृत और रिपिटेड, मतदाताओं की सूची का वाचन कराया जा रहा है। 11 दिसंबर तक वाचन के दौरान यदि एएसडीआर सूची में से यदि कोई मतदाता जीवित, उपस्थित पाया जाता है तो बीएलओ द्वारा उसे फिर से मैप किया जा सकेगा। यदि किसी मतदाता का नाम एएसडीआर श्रेणी सूची में शामिल हो गया है, लेकिन वास्तव में वह उसी विधानसभा क्षेत्र में निवासरत है तो इस दौरान इसकी सूचना बीएलओ को दी जा सकेगी। बीएलओ ऐसे मतदाता का नाम एएसडीआर सूची से हटाने की कार्यवाही करेंगेए ताकि उसका नाम 16 दिसंबर को प्रकाशित होने वाली प्रारूप मतदाता सूची में शामिल हो सके। इसके बाद भी यदि संबंधितों की जानकारी नहीं मिल पाती तब एएसडीआर श्रेणी में दर्ज मतदाताओं के नाम सूची से हटा दिए जाएंगे।


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