गंदे नाले के पानी से सब्ज़ी उगाने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई, कलेक्टर–कमिश्नर ने गठित किये दल
जबलपुर। शहर में नागरिकों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ प्रशासन अब जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने जा रहा है। कलेक्टर राघवेन्द्र सिंह और नगर निगम आयुक्त के निर्देश पर उन सब्ज़ी उत्पादकों की पहचान शुरू कर दी गई है, जो गंदे नाले या दूषित पानी का उपयोग कर खेती कर रहे हैं। कलेक्टर ने दो टूक कहा,लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी हाल में नहीं छोड़ेंगे। दरअसल, हाल ही में प्रशासन को शिकायतें मिली थीं कि शहर के कुछ हिस्सों में नालों के पास सब्ज़ियां उगाई जा रही हैं और यह सब्ज़ियां बिना जांच बाज़ार में बेची जा रही हैं। सूचना मिलते ही कलेक्टर और आयुक्त ने अलग–अलग टीमें बनाकर फील्ड निरीक्षण शुरू करा दिया। टीमों ने कई स्थानों पर जाकर नाले का पानी, मिट्टी और सब्ज़ियों के सैंपल लिए हैं। नगर निगम, खाद्य सुरक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, राजस्व एवं पुलिस विभाग संयुक्त रूप से इस कार्रवाई में लगे हैं। अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि यदि किसी भी किसान या उत्पादक द्वारा दूषित पानी का उपयोग पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
-बीमार कर रहीं सब्जियां
प्रशासन का कहना है कि इस तरह उगाई गई सब्ज़ियां सीधे तौर पर लोगों के स्वास्थ्य के लिए खतरा बनती हैं। इससे पेट संबंधी बीमारियां, त्वचा रोग और कई संक्रमण फैलने का खतरा रहता है। इसलिए अब सतत निगरानी और नियमित सैंपलिंग शुरू की जाएगी। कलेक्टर राघवेन्द्र सिंह ने निर्देश दिया कि ऐसे क्षेत्रों की मैपिंग की जाए और दोषियों को तुरंत नोटिस जारी कर उत्पादन रोकने के आदेश दिए जाएँ। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि नियमों का पालन न करने वालों पर आर्थिक दंड से लेकर एफआईआर तक दर्ज की जा सकती है।
प्रशासन की कार्रवाई के प्रमुख बिंदु
नालों व गंदे पानी वाले क्षेत्रों की पहचान
सब्ज़ियों, मिट्टी और पानी के सैंपल लिए जा रहे
दोषियों पर होगी कड़ी कानूनी कार्रवाई
संयुक्त टीमें—निगम, खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य, राजस्व व पुलिस
नियमित सैंपलिंग और निगरानी की व्यवस्था
