तीन माह से था फरार, आठ में से अब तक सात आरोपी पकड़े जा चुके
जबलपुर। बालाघाट के सोनेवानी कंम्पार्टमेंट में मरी बाघिन के शव को नियमों के विरुद्ध जलाने के मामले में तीन महीने से फरार चल रहे वनरक्षक हिमांशु घोरमारे को स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स जबलपुर की टीम ने गिरफ्तार कर लिया। मुखबिर की सूचना पर घोरमारे को जबलपुर के सिविल लाइन क्षेत्र से पकड़ा गया। आरोपी को उसे वारासिवनी न्यायालय में पेश किया गया, जहाँ से रिमांड पर लिया गया।
-क्या है घटनाक्रम
मामले के अनुसार घोरमारे पर आरोप है कि 27 जुलाई को ग्राम बोरी के पास काला गोंदी नाले में मृत पाई गई बाघिन का शव उसने सुरक्षा कर्मियों के साथ मिलकर नियमों का पालन किए बिना जला दिया था। शव को मौके से हटाकर तीन दिन तक स्थान बदल-बदल कर रखा गया और 30 जुलाई को लकड़ी उपलब्ध होने पर प्रोटोकॉल से हटकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
-अब तक सात गिरफ्तार
इस मामले में कुल आठ आरोपी शामिल हैं, जिनमें से अब तक सात गिरफ्तार किए जा चुके हैं। पूर्व में डिप्टी रेंजर टीकाराम हिनोते समेत छह सुरक्षा श्रमिकों को भी पकड़ा जा चुका है। घटना के फोटो सामने आने के बाद मामला हाई-प्रोफाइल बन गया था, जिसके बाद डीएफओ ने सबको तत्काल तलब किया था, लेकिन घोरमारे फरार हो गया था। वन विभाग के अनुसार, शव का आधिकारिक पोस्टमार्टम न होना और प्रोटोकॉल का पालन न किया जाना गंभीर लापरवाही की श्रेणी में आता है। घोरमारे को पूछताछ के लिए बालाघाट पुलिस के हवाले किया गया है और आगे की जांच जारी है।
