लोग कचरा जलाकर कर रहे ठंड से बचाव,
200 स्थानों पर अलाव लगाने की प्रक्रिया सुस्त
जबलपुर। शहर में ठंड का असर बढ़ते ही देर रात कई गरीब और बेघर लोग सड़कों, चौराहों और मंदिरों के किनारे कचरा जलाकर ठंड से बचाव करने को मजबूर हैं। तापमान गिरते ही हालात और खराब होंगे, लेकिन नगर निगम की अलाव व्यवस्था अभी कागजों में ही अटकी हुई है। निगम हर साल की तरह इस बार भी लगभग 200 स्थानों पर अलाव लगाने का दावा कर रहा है, परंतु टेंडर प्रक्रिया लंबित होने से अब तक एक भी जगह अलाव की व्यवस्था शुरू नहीं हो सकी है। इससे गरीब तबके में नाराजगी बढ़ रही है। रात में जब तापमान नीचे जाता है, बेघर लोग ठंड से बचने के लिए कचरा, लकड़ी के टुकड़े और पॉलीथिन तक जला देते हैं, जिससे प्रदूषण तो बढ़ता ही है, उनके स्वास्थ्य पर भी खतरा मंडराता है। शहर के कई हिस्सों में लोग खुले आसमान के नीचे आग जलाते दिखाई देते हैं। पिछले वर्ष भी ठंड के शुरुआती दिनों में टेंडर प्रक्रिया में देरी के कारण अलाव लगाने में काफी विलंब हुआ था, और इस बार भी स्थिति वैसी ही दिख रही है। नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है और जल्द ही जगह-जगह अलाव लगा दिए जाएंगे। लेकिन सामाजिक संगठनों का तर्क है कि हर वर्ष ठंड शुरू होने से पहले तैयारी पूरी हो जानी चाहिए, ताकि जरूरतमंदों को समय पर राहत मिल सके।
शहर के ये क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित
- मुख्य रेलवे स्टेशन क्षेत्र
- भानतलैया, रांझी
- मदनमहल स्टेशन, नर्मदा तट
- गोरखपुर, घमापुर, गोलबाजार
- बस स्टैंड के आसपास के इलाके
- संस्थाओं से मदद की अपील
- जरूरतमंदों को गर्म वस्त्र बाँटने की अपील
- सामाजिक संगठनों से अलाव सामग्री उपलब्ध कराने का अनुरोध
- समय पर व्यवस्था नहीं होने पर बढ़ सकता है जोखिम
