एमपी के इस जिले में मिले स्क्रब टाइफस बीमारी के तीन मरीज, चूहों से फैलती है ये बीमारी..!

 

नरसिंहपुर। एमपी के नरसिंहपुर में चूहों से फैलने वाली संक्रामक बीमारी स्क्रब टाइफस के तीन मरीजों के मिलने से हड़कम्प मच गया। मरीजों को शासकीय अस्पताल में भरती कराया गया है। वहीं स्क्रब टाइफ के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने एडवायजरी जारी की है। 

                                   स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि स्क्रब टाइफस के मिले तीन मरीज ग्रामीण क्षेत्र के है, जिसमें एक मरीज साईखेड़ा स्थित खेत में बने मकान में रह रहा था, जहां चूहों की बीट से संक्रमण फैलने का संदेह है। इसी तरह दूसरा मरीज नरसिंहपुर तहसील के झामर गांव का है, जो घर के आसपास की घास की सफाई के दौरान संक्रमित हुआ। वहीं तीसरा मामला करेली तहसील में सामने आया है। तीनों मरीजों का इलाज स्वास्थ्य विभाग की देखरेख में जारी है। डाक्टरों का  कहना है कि स्क्रब टाइफस से संक्रमित व्यक्ति में 21 से 28 दिन के भीतर लक्षण दिखाई देते है। यह बीमारी रोडेंट (चूहों) पर रहने वाले संक्रमित घून (माइट्स) के काटने से फैलती है। इसके प्रमुख लक्षणों में तेज बुखार, सिरदर्द, जोड़ों में दर्द, मांसपेशियों में अकडऩ, सूखी खांसी, शरीर पर दाने व गंभीर मामलों में निमोनिया या मस्तिष्क ज्वर शामिल हैं। काटे गए स्थान पर अक्सर काले धब्बे जैसा निशान दिखाई देता है। स्वास्थ्य विभाग ने बीमारी से बचाव के लिए कई उपाय सुझाए हैं। जिसमें डॉक्टर की सलाह से कीटनाशी (रिपलेंट क्रीम) का इस्तेमाल करना, खेत, जंगल या झाडिय़ों में जाते समय पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनना शामिल है। साथ हीए घासफूस या झाडिय़ों में बैठने या सोने से बचने के लिए कहा गया है। स्वास्थ्य विभाग में जारी एडवायजरी में घर व आसपास की सफाई रखने, कचरा व झाडिय़ां न बढऩे देने, अनाज को सुरक्षित स्थान पर रखने के निर्देश दिए गए हैं ताकि चूहों का संपर्क न हो। विभाग ने यह भी कहा है कि शरीर पर जले जैसे दाने, तेज बुखार, सिरदर्द, शरीर दर्द या उल्टी-दस्त जैसे लक्षण होने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर जांच कराएं। स्वास्थ्य विभाग ने सभी ग्राम स्तर के कार्यकर्ताओं, कर्मचारियों व अधिकारियों को बीमारी की रोकथाम व जागरूकता के लिए स्वास्थ्य शिक्षा अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं।


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