
बिजनौर. उत्तर प्रदेश के बिजनौर में एक निकाह समारोह में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब चिकन फ्राई को लेकर दूल्हा और दुल्हन पक्ष के लोग आपस में भिड़ गए। विवाद इतना बढ़ा कि दोनों पक्षों में जमकर लात-घूंसे चले। बात इतनी बिगड़ी कि मौके पर पुलिस को बुलाना पड़ गया। आखिरकार, पुलिस की मौजूदगी में ही निकाह की बाकी रस्में पूरी करवाई गईं और दुल्हन की विदाई हुई।
जानकारी के मुताबिक, यह घटना नगीना इलाके के मझेड़ा तीबड़ी स्थित फलक मैरिज हॉल की है, जहाँ कोटरा से बारात आई थी। निकाह के दौरान जब दुल्हन पक्ष के लोग बारातियों को खाना परोस रहे थे, तब कुछ बारातियों ने शिकायत की कि उन्हें चिकन फ्राई कम परोसा जा रहा है।
आरोप है कि इस शिकायत पर दुल्हन पक्ष ने तंज कसते हुए या गुस्से में बारातियों की प्लेटें चिकन फ्राई से भर-भर दीं। इस पर बाराती भड़क गए और बोले- तमीज से खाना सर्व करो। बस इतनी सी बात पर दोनों पक्षों में कहासुनी शुरू हुई, जो देखते ही देखते मारपीट में तब्दील हो गई। जैसे-तैसे बीच-बचाव कर लोगों ने दोनों पक्षों को शांत कराया, लेकिन मामला यहीं नहीं रुका। आरोप है कि इसके बाद बारातियों की भीड़ फिर से खाने पर टूट पड़ी और थोड़ी ही देर में सारा खाना खत्म कर दिया। इसके बाद उन्होंने दोबारा चिकन फ्राई की मांग करते हुए हंगामा करना शुरू कर दिया।
विवाद को बढ़ता देख किसी ने पुलिस को सूचना दे दी। मौके पर पहुंची पुलिस और मुस्लिम धर्मगुरुओं ने दोनों पक्षों को समझाया। इसके बाद पुलिस की मौजूदगी में निकाह की रस्में पूरी कराई गईं और दुल्हन को विदा किया गया। हालांकि, इस 'चिकन संग्रामÓ में दोनों पक्षों के करीब 15 लोग घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया।
दुल्हन पक्ष के मौलाना हाशिम का कहना था कि 2000 लोगों के लिए 450 किलो मुर्गे और 20-25 देग बिरयानी का इंतजाम था। लेकिन बाराती जानबूझकर खाने की बर्बादी कर रहे थे, ताकि लड़की वालों की बदनामी हो। वहीं, बरातियों का कहना था कि वे खाना खा ही रहे थे कि दुल्हन पक्ष के लोगों ने खुद ही चिकन पर धावा बोल दिया और वे खुद ही चिकन खाने लगे। इसी बात को लेकर तीन बार लड़ाई हुई।