पुलिस अधिकारियों के अनुसार हरदुआ गांव में रहने वाला अखिलेश पिता किशन खेती-किसानी करता रहा। बीती रात दस बजे के लगभग खेत जाने के लिए घर से निकला, इसके बाद देर रात तक वह घर नहीं आया। आज सुबह 4 बजे के लगभग खेत में काम करने वाले ट्रैक्टर चालक बृजेश पटेल और एक अन्य युवक ने अखिलेश की लाश देखी तो पुलिस को सूचना दी। इस बीच परिजन भी पहुंच गए थे। जिन्होने पुलिस को पूछताछ में जानकारी देते हुए कहा कि अखिलेश की हत्या की गई है। उनका कहना है कि अखिलेश ने वीरेंद्र राजपूत की सात एकड़ जमीन ठेके पर ली थी। बृजेश पटेल ने अखिलेश को कृषि कार्य के लिए बुलाया था। पिता के अनुसार अखिलेश रात 10 बजे घर से निकला था। किशन ने बताया कि जब वे मौके पर पहुंचे तो उनके बेटे का शव खेत में उल्टा पड़ा थाए जबकि उसकी दोनों चप्पलें कुछ दूरी पर एक साथ रखी हुई थीं। वहीं अखिलेश के कपड़े रोटावेटर में फंसे मिले है। परिजनों का कहना है कि यदि ट्रैक्टर में लगे रोटावेटर से मौत हुई होती तो चप्पलें पास में और अलग-अलग स्थानों पर होनी चाहिए थीं। चप्पलों का एक साथ रखा होना संदेह पैदा करता है। पिता ने यह भी आरोप लगाया कि बृजेश पटेल और कुणाल मुड़ा ने पहले पुलिस को सूचना दी और फोटोग्राफी कराई लेकिन उन्हें घटना की जानकारी बाद में दी गई। पुलिस का कहना है कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पीएम रिपोर्ट व जांच में मिले तथ्यों के आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी।