पटाखों के भाव को लेकर ग्राहकों में उलझन,थोक और फुटकर पटाखा बाजार के दामों में नहीं नजर आ रहा अन्तर
जबलपुर। दीपावली पर पटाखा बाजारों में रौनक है, पर साथ में ग्राहकों में पटाखों के दामों को लेकर भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है। कठौंदा से लेकर गोलबाजार के अलावा अन्य पटाखा बाजरों में ग्राहकों को चक्कर काटते देखा जा रहा है। दरअसल, इसकी वजह पटाखों के सभी जगह एक समान भाव बताए जा रहे हैं। गोल बाजार के कुछ व्यापारियों का दावा है कि वहां उचित कीमतों पर पटाखों की बिक्री की जा रही है, और उतना ही दाम थोक व्यापारी भी वसूल रहे हैं।
-बाजार का दोहरा चेहरा
ग्राहकों का कहना है कि कभी एक दुकान पर एक ही पटाखे का भाव अधिक बताकर थोक कहा जाता है और दूसरी जगह वही आइटम सस्ते में मिल जाता है। कई लोग सुबह से बाजार घूमकर वापस लौटते हैं क्योंकि दुकानें थोक-फुटकर के नाम पर अलग-अलग दर बता देती हैं। इससे खासकर वे ग्राहक प्रभावित हो रहे हैं जो पहले से ही तुलना करके खरीदारी करने आते हैं।
-दामों को लेकर अपने-अपने दावे
गोल बाजार के कुछ व्यापारियों ने बताया कि वे उचित कीमत पर पटाखे उपलब्ध करा रहे हैं। हालांकि, बाजार में विभिन्न आपूर्तिकर्ताओं व ढुलाई लागत के कारण सिर्फ थोड़ा अन्तर ही आता है। दूसरी ओर थोक विक्रेताओं का कहना है कि मांग-आपूर्ति और क्वालिटी के अनुसार भाव बदलते हैं। व्यापारियों के इन तर्कों के बीच ग्राहकों का विश्वास काफी प्रभावित हुआ है। क्योकि थोक और फुटकर के भावों में अन्तर नजर नहीं आ रहा। वहीं, सस्ते के चक्कर में ग्राहक समय के साथ ही पेट्रोल बर्बाद कर रहा है और बाजार में भटक रहा है।
-ग्राहक क्या कहते हैं
इस बार पटाखें अधिक मूल्य पर मिल रहे हैं। थोक बाजार और फुटकर बाजार में कोई अन्तर नजर नहीं आ रहा। सभी जगह पटाखों का दाम एक जैसा ही मिला।
-पियूष अग्रवाल,ग्राहक
घमापुर से पटाखे लेने आया हूं। लेकिन पटाखों के रेट काफी बताए गए। जो रेट बताए गए उतने में कहीं और भी उपलब्ध हो रहे हैं।
-हिमांशु गुप्ता,ग्राहक
पटाखों में क्वालिटी की बात कहकर रेटों का अंतर बताया जा रहा है। हर दुकानदार एक दूसरे के माल को गलत ठहराता है। लोगों को खुद सजग रहना चाहिए।
-सचिन केसरवानी,ग्राहक
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