जबलपुर में नेशनल खेलकूद 28 से, लाखों के बजट के बंदरबांट की तैयारी, जिम्मेदारों की चुप्पी खड़े कर रही सवाल,युवा प्रिंसीपलों की पूछ-परख तक नहीं
जबलपुर। शिक्षा विभाग के जिन प्राचार्यों को नौकरी से रिटायर हुए सालों बीत गये, वे अब भी स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जबलपुर में आयोजित होने वाले राष्टीय खेलों की कमान साधने कमर कसे हुए हैं। ये खेलकूद 28 अक्टूबर से शुरु होने जा रहे हैं। ये कमाल शिक्षा विभाग में ही हो सकता है कि जिनकी उम्र अब घर में आराम करने की है,उन्हें खेलकूद के मैदान की जिम्मेदारी देने का दुस्साहस किया जा रहा है। सू़त्रों का दावा है कि ये सारी खुराफात इस खेलकूद के लिए आए सरकारी बजट के बंदरबांट करने के लिए रची गयी है,क्योंकि ये प्राचार्य सालों से यही कर रहे हैं। इस खेलकूद प्रतियोगिता में देश भर के स्कूलों से खो-खो; बॉस्केट बॉल एवं रस्सीकूद के खिलाड़ी आएंगे। सभी खेल गतिविधियां एमएलबी ग्राउंड में होंगी
-गड़बड़ी हुई तो क्या जांच कर सकेंगे
यदि इस नेशनल लेवल के खेलकूद कार्यक्रम में किसी तरह की गड़बड़ी हुई और जांच वगैरह की गयी तो रिटायर प्राचार्यों की जांच किन नियमांे के तहत की जा सकेगी,ये बड़ा सवाल है। हालाकि, शिक्षा विभाग के अधिकारी बेफिक्र हैं,क्योंकि जब नौकरी के दौरान गड़बड़ी करने के बाद ये प्राचार्य बच गये तो अब उनका क्या होगा। इन खेलों की रूपरेखा तैयार करने के लिए गुरुवार को ही एक बड़ी बैठक आयोजित की गयी है,जिसमें चार रिटायर प्राचार्य मौजूद हैं,जिन्हें खेलकूद कार्यक्रम की अहम जिम्मेदारियां दी गयी हैं।
-जो नौकरी में है,उन्हें क्यों नहीं लिया
इन प्राचार्यों को इनके सेवाकाल के दौरान खेलकूद की जिम्मेदारी देना समझ में आता है,लेकिन रिटायरमेंट की जिंदगी काट रहे ये प्राचार्य अब क्यों इस काम के लिए फिट माने जा रहे हैं। हास्यास्पद है कि इनमें से एक भी प्राचार्य ऐसा नहीं है,जो स्कूल शिक्षा के खेल गतिविधियांे से जुड़ा रहा हो या जिसकी खेलों में बहुत दिलचस्पी रही हो। अधिकारियों ने उन शिक्षकों या प्राचार्यों को अहम जिम्मेदारियां देना क्यों मुनासिब नहीं समझा,जो ना केवल युवा हैं,बल्कि उनकी खेलों में भी रुचि है। अधिकारियांे ने उन प्रतिभाशाली बच्चों के बारे में भी नहीं सोचा,जो देश के कोने.कोने से इस प्रतियोगिता में भाग लेने आएंगे।
-जवाब तलब करेंगे, कार्रवाई की जाएगी
नेशनल खेलकूद मंे रिटायर प्राचार्यों को जिम्मेदारियां देने का मामला गंभीर है। संबंधित अधिकारियों से जवाब तलब किया जाएगा और आवश्यकता होने पर सख्त कार्रवाई करेंगे।
राघवेंद्र सिंह, कलेक्टर
