जबलपुर। दो दिन बाद नवंबर का महीना शुरू हो रहा है। हिन्दी पंचांग के मुताबिक अगहन मास श्रद्धा, आस्था और भक्ति से ओतप्रोत रहने वाला है। यह महीना न केवल व्रत-त्योहारों लेकर आ रहा है, बल्कि मार्गशीर्ष मास यानी अगहन माह की शुरुआत भी होगी।
ज्योतिषाचार्य पंडित कामता प्रसाद तिवारी कहते हैं कि हिन्दु मान्यता है कि भगवान विष्णु का सबसे प्रिय महीना है। धर्मशास्त्रों के मुताबिक अगहन मास में स्नान, दान और विष्णु पूजा करने से अगम्य पुण्य की प्राप्ति होती है। घर में समृद्धि का वास होता है। अगहन माह की शुरुआत इसी समय से होगी, जो पूर्ण भक्ति और धार्मिकता का प्रतीक माना गया है। इस दौरान हर गुरुवार को लक्ष्मी पूजन और विष्णु सहस्रनाम का पाठ किया जाता है।
ये हैं विशेष तिथियां
1 नवंबर (शनिवार)- प्रबोधन एकादशी देवउठनी एकादशी भगवान विष्णु के जागरण का दिन, जब चार महीने बाद शुभ कार्यों की पुनः शुरुआत होती है।
2 नवंबर (रविवार)- तुलसी विवाह, इस दिन भगवान विष्णु और तुलसी माता का विवाह सम्पन्न किया जाता है।
5 नवंबर (बुधवार)- कार्तिक पूर्णिमा एवं देव दीपावली, इस दिन गंगा स्नान, दीपदान और काशी समेत पवित्र स्थलों पर दीपों की ज्योति से आकाश सजेगा।
12 नवंबर (बुधवार)- कालभैरव जयंती, भगवान शिव के रौद्र स्वरूप कालभैरव की उपासना का पर्व।
15 नवंबर (शनिवार)- उत्पन्ना एकादशी, विष्णु भक्तों के लिए अत्यंत पुण्यदायी दिन, इस व्रत से पापों से मुक्ति का फल मिलता है।
25 नवंबर (मंगलवार)- अमावस्या, पितरों की शांति और दान-पुण्य का दिन, इसी समय से अगहन मास के शुभ संकल्प प्रारंभ होंगे।