आरएसएसः जबलपुर में बैठक, बिहार चुनाव पर असर!

 


राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तीन दिन बैठक पर राजनीतिक विश्लेषक टटोल रहे संभावनाएं

जबलपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की जबलपुर में 30 अक्टूबर से होने वाली बैठक को बिहार चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि इस बैठक के जरिए आरएसएस बिहार चुनाव के लिए एक अहम संदेश देना चाहता है ताकि पहले चरण के मतदान के पूर्व उसका लाभ मिल सके। गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में बिहार के मूल निवासियों की संख्या बहुतायत में है और जबलपुर सहित महाकोशल मंे भी बिहार के पूर्वांचल इलाके के लोग बड़ी संख्या में लंबे अर्से से निवास करते हैं। हालाकि, संघ के पदाधिकारी इस बैठक को बिहार चुनाव से जोड़कर नहीं देख रहे हैं,लेकिन वे इस संभावना को सिरे से नहीं नकार भी नहीं पा रहे हैं । 

-इसलिए पैदा हुईं संभावनाएं

राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि ऐन छठ पर्व के दौरान ही ये बैठक बुलाई गयी है और जिस तारीख को ये बैठक समाप्त होगी यानी एक नवम्बर को, उसके पांच दिन बाद यानी 6 नवम्बर को बिहार में विधानसभा चुनाव का प्रथम चरण का मतदान है। तब तक, इस बैठक के जरिए दिया जाने वाला संदेश सार्वजनिक चर्चाओं और बहस का मुद्दा बन चुका होगा। खबर ये भी है कि बैठक के तीनों दिनों में संघ के पदाधिकारी जबलपुर के सभी समाज प्रमुखों से मुलाकात करेंगे। जब पदाधिकारी बिहार से जुड़े समाज प्रमुखों से बात करेंगे तो जाहिर है चुनाव की बात होगी ही और फिर इस चर्चा से निकला हुआ लब्बोलुआब बिहार चुनाव की स्थिति का विश्लेषण करने के लिए काम आ सकता है। 

-दिल्ली-भोपाल से लिया जा रहा अपडेट

संघ के कुछ पदाधिकारी इतना जरूर स्वीकार करते हैं कि इस बैठक में बिहार चुनाव को लेकर विचार-विमर्श किया जा सकता है,लेकिन इसका कितना असर चुनाव पड़ेगा, ये वे दावे के साथ नहीं कह सकते। हालाकि,संघ के पदाधिकारियों का एक वर्ग ऐसा भी है,जिसे लगता है कि बिहार चुनाव के लिए यदि संघ द्वारा सकारात्मक संदेश दिया जा रहा है तो इसमें कुछ भी अलग या अनोखा नहीं है। ये भी सोलह आने सच है कि बिहार चुनाव पर यदि कोई अहम चर्चा होगी तो वो संघ के कोर गु्रप के बीच में ही होगी। इधर,राजनीतिक विश्लेषक इस बैठक को लेकर पूरी तरह से चौकन्ने हैं और पल-पल की अपडेट ले रहे हैं। भोपाल और दिल्ली में बैठ बु़िद्धजीवी भी इस बैठक पर नजर बनाए हुए हैं। 

-ऐसी है संघ की बैठक की रूपरेखा

जबलपुर के विजयनगर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ  की तीन दिवसीय अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल बैठक  30 अक्टूबर से 1 नवंबर अयोजित है।  बैठक में संघ के 46 प्रांतों से प्रतिनिधि शामिल होंगे। बैठक में, झारखंड समेत सभी प्रांतों से प्रतिनिधिमंडल पहुंचेंगे। शहर में यातायात एवं सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है, ताकि आयोजन शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो। स्थानीय स्तर पर बड़े पैमाने पर स्वयंसेवक भी जुटेंगे।  इस तीन दिवसीय बैठक के दौरान देश की मौजूदा सामाजिक.राजनीतिक स्थिति, सरसंघचालक मोहन भागवत के विजयादशमी संबोधन, संघ शताब्दी समारोह से जुड़े आयोजन, अक्टूबर 2026 तक चलने वाले कार्यक्रम, और पंच परिवर्तन जैसे विषयों पर विस्तार से विचार-विमर्श किया जाएगा। पहले दिन यानी 28 अक्टूबर को सभी अखिल भारतीय अधिकारी, क्षेत्र कार्यवाह और क्षेत्र प्रचारक भाग लेंगे। दूसरे दिन 29 अक्टूबर को प्रांत कार्यवाह, प्रांत प्रचारक और क्षेत्र प्रचारक प्रमुख चर्चा में शामिल होंगे। अंतिम दिन 30 अक्टूबर को बैठक के निष्कर्षों और आगामी कार्ययोजना पर विचार किया जाएगा। 

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