सतना. यदि आप ट्रेन में भोजन का आर्डर करते हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि कहीं आपको उपयोग किये जा चुके झूठे बाक्स में तो नहीं परोसा जा रहा. यह बात इसलिॉे की जा रही कि ऐसा ही एक मामला पश्चिम मध्य रेलवे के सतना-कटनी के बीच अमृत भारत ट्रेन में सामने आई है.
जानिए क्या है पूरा मामला
यह घटना इरोड से जोगबनी जाने वाली अमृत भारत एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 16601) की है. ट्रेन में सफर कर रहे रवि दुबे नाम के एक यात्री ने पैंट्री कार का एक वीडियो बनाया. इस वीडियो में जो दिखा, वह वाकई चौंकाने वाला था. पैंट्री के कर्मचारी खाना पैक करने वाले एल्युमिनियम फॉयल के पुराने, इस्तेमाल किए हुए डिब्बों को पानी से धोकर सुखा रहे थे. जाहिर है, उनका इरादा इन गंदे डिब्बों को दोबारा इस्तेमाल करने का था. यह वीडियो पश्चिम मध्य रेलवे के कटनी-सतना रेलवे लाइन के पास बनाया गया था. रवि दुबे ने जब कर्मचारियों से इस बारे में पूछा तो उन्होंने बड़ी लापरवाही से जवाब दिया कि यह तो रोज का काम है.
नियमों की सरेआम धज्जियां
रेलवे के नियम साफ कहते हैं कि खाना पैक करने वाले डिस्पोजेबल यानी एक बार इस्तेमाल होने वाले डिब्बों को दोबारा इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. यह न केवल गैर-कानूनी है, बल्कि यात्रियों की सेहत के साथ एक गंभीर खिलवाड़ भी है. इस्तेमाल किए हुए डिब्बों में बैक्टीरिया पनप सकते हैं, जो गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं.
सोशल मीडिया पर फूटा लोगों का गुस्सा
रवि दुबे ने इस वीडियो को रेल मंत्रालय और आईआरसीटीसी को टैग करते हुए सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया. वीडियो देखते ही देखते वायरल हो गया और लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. यूजर्स ने रेलवे की खानपान सेवा पर गंभीर सवाल उठाए और मांग की कि इस मामले में दोषी कर्मचारियों और ठेकेदार पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए. लोगों का कहना है कि ऐसी घटनाएं रेलवे की पूरी व्यवस्था पर से भरोसा उठा देती हैं. यह घटना रेलवे के लिए एक बड़ी चेतावनी है कि वह अपनी कैटरिंग सेवाओं की निगरानी और गुणवत्ता को गंभीरता से ले, ताकि यात्रियों के स्वास्थ्य के साथ कोई खिलवाड़ न हो सके.


