जबलपुर। छिंदवाड़ा में विषाक्त कफ सिरप से 14 बच्चों की मौत के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज का जबलपुर दौरा रद्द कर दिया है। वे अब परासिया जाकर प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर उनका दुख साझा करेंगे। छिंदवाड़ा जिले में कथित तौर पर विषाक्त कफ सिरप सेवन से 14 बच्चों की मौत ने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया है। राज्य सरकार ने घटना की गंभीरता को देखते हुए विशेष जांच दल का गठन किया है। यह दल तमिलनाडु स्थित कंपनी स्रेसन फार्मास्युटिकल्स के कारखाने में भी जांच के लिए जाएगा। जांच के दौरान यह सामने आया है कि सिरप में डाइइथिलीन ग्लाइकॉल (48.6' 2/1) पाया गया है, जो एक अत्यंत जहरीला रासायनिक तत्व है और स्वास्थ्य के लिए घातक माना जाता है।
-सरकार ने सिरप की बिक्री पर प्रतिबंध लगाया
मध्यप्रदेश सरकार ने सिरप की बिक्री और वितरण पर तत्काल प्रतिबंध लगा दिया है। साथ ही, कंपनी द्वारा बनाए गए अन्य उत्पादों को भी जांच के लिए बाजार से हटाने के निर्देश दिए गए हैं। तमिलनाडु सरकार ने भी शुक्रवार को इस सिरप पर प्रतिबंध लगा दिया है, वहीं राजस्थान में भी तीन बच्चों की मौत के मामले दर्ज किए गए हैं।