शिकायतकर्ता का मकान है ना कनेक्शन फिर किया नोटिस जारी, बिजली की अवैध लाइन बिछाने का प्रकरण, बिल्डर और बिजली अधिकारी हैं कटघरे में
जबलपुर। बिजली कंपनी के अधिकारी इन दिनों शिकायकर्ताओं पर दबाव बनाने के लिए उन्हें बेवजह नोटिस जारी कर रहे हैं। शिकायतकर्ता का कॉलोनी में मकान हो या ना हो, कनेक्शन हो ना हो,लेकिन नोटिस जारी कर दिया जाएगा। कुछ ऐसा ही मामला है, मयंक राजपूत का। मयंक ने घाना की गुरु रामदास नगर नाम की कॉलोनी में अवैध बिजली लाइन बिछाने की शिकायत की तो कंपनी के अधिकारियों ने पोल खुलते ही काम तो रोक दिया,लेकिन मयंक पर प्रेशन बनाने नोटिस जारी कर दिया,जबकि इनका ना तो वहां मकान है और न बिजली कनेक्शन।
-ये बिजली अफसरों का जानलेवा करप्शन
मप्र पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों ने घाना खमरिया की गुरु रामदास नगर नाम की कॉलोनी में जिस तरह से खंबे और तार खींचे हैं, उससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है और लोगों को बड़ी अनहोनी का सामना करना पड़ सकता है। शिकायतकर्ता मयंक राजपूत के अनुसार, बिजली अधिकारियों और इस कॉलोनी के डेवलपर गगनप्रीत डांग ने मिलकर सारे नियमों को ताक पर रखा और बिजली के तार खींच दिए और उनमें करंट भी दौड़ा दिया। तारों का ये जाल इस कदर असुरक्षित है कि कभी भी कुछ भी हो सकता है। शिकायतों के बाद भी जिस तरह से बिजली कंपनी के आला अफसरान चुप्पी साधे हुए हैं, वो कई तरह के सवालों को जन्म दे रहा है। कॉलोनी में बिजली मूलभूत सुविधाएं जैसे सड़क,नाली का इंतजाम नीं है। बिजली अमले ने कॉलोनी का निरीक्षण नहीं किया और बिना वर्क आॅर्डर के ही कॉलोनी में खंबे गाड़ दिए और उनमें बिजली भी दौड़ा दी। शिकायत के अनुसार, इस कॉलोनी में खंबे नियमों के अनुसार नहीं गड़ाए गये हैं, जो कभी भी गिर सकते हैं,जिससे बिजली का तार भी टूट जाएगा और लोग हादसे का शिकार हो सकते हैं। बिजली अधिकारी खुद की कुर्सी और बिल्डर को बचाने के लिए सारी तिकड़में आजमा रहे हैं।
-अफसरों का रवैया निराशाजनक
कंपनी के सीई कांतिलाल वर्मा, कंपनी के मुख्य अभियंता, ग्रामीण नीरज कुचिया से लेकर अन्य बिजली अधिकारी इस बारे में बात करना तक मुनासिब नहीं समझ रहे हैं। आरोपित है कि इन्हीं अधिकारियों की अनदेखी के कारण कॉलोनी में जानलेवा बिजली कनेक्शन बिछाए गये हैं। शिकायतकर्ता का जहां मकान ही नहीं है,वहां के लिए उसे नोटिस जारी करने के बारे में भी अधिकारी चुप हैं।
-कोर्ट से करेंगे फरियाद
शिकायतकर्ता मयंक राजपूत ने कहा कि इस तरह से अवैध नोटिस जारी करने के बाद ये तय हो गया कि पूरा तंत्र भ्रष्टाचार में ‘ाामिल है। पहले भोपाल जाकर उर्जा मंत्री से मुलाकात कर कंपनी के अधिकारियों की शिकायत की जाएगी, इसके बाद न्यायालय की ‘ारण में जाएंगे। शिकायतकर्ता की पीड़ा है कि जिनने गलत किया है,उन्हें बख्‘ाा जा रहा है और शिकायत करने वाले को घेरा जा रहा है।
