पुलिस अधिकारियों के अनुसार महिला ने कोलगवां थाना में शिकायत की थी कि सतीश शर्मा ने उसे चाय पीने के लिए घर बुलाया था। इसी दौरान उसके साथ छेडख़ानी की। महिला का आरोप था कि नौकरी लगवाने के नाम पर उसका दैहिक शोषण किया। आरोप सामने आने के बाद उन्हें पद से हटा दिया गया था। पार्टी से निष्कासित भी कर दिया गया था। इसके बाद महिला को परेशान करने के लिए पर्सनल आईडी से फोटो-वीडियो लेकर सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक कमेंट्स किए। पीडि़ता को जब इस बात का पता चला तो बीती रात महिला ने नींद की गोलियां अत्यधिक मात्रा में खा ली। हालत बिगडऩे पर उसे अस्पताल पहुंचाया गया। जहां पर महिला की हालत को देखते हुए भरती कर लिया गया। पुलिस को पूछताछ में महिला ने इस तरह के आरोप लगाए है। पुलिस का कहना है कि पीडि़ता की हालत में फिलहाल सुधार है और उसका इलाज चल रहा है। वहीं पूरे मामले की जांच अभी जारी है, इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने महिला की पहचान उजागर करने वाले एक वॉट्सएप ग्रुप के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। महिला के फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर करने वाले अन्य लोगों की भी पहचान की जा रही है। वहीं इस मामले में पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष ने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर सफाई दी थी। उन्होंने कहा था कि उन पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं। छवि खराब करने के लिए उन्हें फंसाया जा रहा है।