पमरे के कोटा मंडल के गार्ड ने बीच रास्ते छोड़ी मालगाड़ी, अवध एक्सप्रेस थमी, आगरा मंडल ने जबलपुर में की शिकायत

जबलपुर/कोटा. पश्चिम मध्य रेलवे के कोटा मंडल में लापरवाही का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। दीपावली पर सोमवार 20 अक्टूबर की देर शाम बयाना-आगरा रेल खंड स्थित बंदबरेठा स्टेशन के पास ड्यूटी का समय पूरा होने पर गंगापुर के एक गार्ड ने मालगाड़ी को बीच रास्ते में खड़ा कर दिया और चला गया। सिंगल लाइन के इस ट्रेक पर घटना से रेल यातायात बाधित रहा.

गार्ड की इस कार्रवाई से सिंगल लाइन पर रेल यातायात जाम हो गया, जिसके चलते बांद्रा-बरौनी अवध एक्सप्रेस (19037) को मालगाड़ी के पीछे पौन घंटे (45 मिनट) तक रुकना पड़ा। इस पूरे मामले की शिकायत आगरा मंडल ने पश्चिम मध्य रेलवे मुख्यालय जबलपुर व कोटा मंडल के अधिकारियों से की है.

 गार्ड ने इसलिए ट्रेन आगे ले जाने से किया इनकार

 सिंगल लाइन पर बीच रास्ते में मालगाड़ी खड़ी कर गार्ड के चले जाने से आगरा मंडल अधिकारी हैरान और परेशान हो गए। अधिकारियों ने किसी तरह गार्ड से संपर्क किया, लेकिन गार्ड ने ड्यूटी के 9 घंटे पूरे हो जाने का हवाला देते हुए मालगाड़ी को आगे ले जाने से साफ मना कर दिया। इसके बाद, आगरा मंडल के अधिकारियों को आनन-फानन में एक पॉइंटमैन की गार्ड की जगह ड्यूटी लगाकर मालगाड़ी को आगे आगरा की ओर रवाना करना पड़ा, जिससे यातायात बहाल हो सका।

रेलवे नियम और कार्रवाई की तैयारी

 रेलवे के नियमों के अनुसार, ड्यूटी का समय पूरा होने पर गार्ड और ड्राइवर ट्रेन चलाने से मना कर सकते हैं, लेकिन अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि इससे पहले ट्रेन को किसी सुरक्षित जगह या स्टेशन पर पहुंचाना जरूरी होता है, बीच रास्ते में गाड़ी को नहीं रोका जा सकता। ऐसा करने से पूरा रेलवे ट्रैफिक बुरी तरह जाम हो जाता है।

आगरा मंडल ने मामले की जानकारी पमरे मुख्यालय, कोटा मंडल को दी

आगरा मंडल ने पूरे मामले की सूचना कोटा मंडल अधिकारियों को दी है। कोटा मंडल के अधिकारियों ने मामले का संज्ञान लिया है और जल्द ही गार्ड से पूछताछ की जाएगी। गार्ड की ड्यूटी रिपोर्ट भी मांगी गई है। जरूरी हुआ तो गार्ड के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई भी की जा सकती है।


Post a Comment

Previous Post Next Post