पुलिस अधिकारियों को शिकायत देते हुए वृद्ध महिला ने बताया कि वे बेटे की शादी के लिए लड़की तलाश रहे थे। इसी बीचे रिश्तेदार राजू यादव निवासी मेढ़की ने एक रिश्ता बताया। 31 अगस्त को मेरे घर राजू अपने साथ आरती यादव नामक लड़की को लेकर आया। लड़की के साथ कथित भाई रामनाथ भी था। घर पर लड़का और लड़की ने एक-दूसरे को पसंद कर लिया। रिश्ता पक्का होने पर राजू ने कहा कि लड़की पक्ष की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। दोनों पक्षों की शादी का खर्चा आपको ही उठाना पड़ेगा। उसी समय ओली फलदान का कार्यक्रम किया गया। जिसमें मैंने 31 हजार रुपए और चांदी के पायल आरती को दी। इसके बाद घर पर लड़के और आरती की शादी हिन्दू रीति रिवाज से कराई। लड़का-लड़की ने एक.दूसरे को माला पहनाकर शादी की रस्म पूरी की। उस समय घर पर आरती का भाई रामनाथ और राजू भी मौजूद थे। इस दौरान आरती को नेग के रूप में 50 हजार रुपए नकद, सोने का हार, चांदी की करधौनी, एक सोने के पैंडल का मंगलसूत्र दिया। शादी होने के बाद रात को आरती ने कहा कि मेरे भाई रामनाथ का मुझे फोन आया है। उसे पुलिस ने पकड़ लिया है। दुल्हन अपने पति के साथ केंट थाना पैदल गए। थाने के बाहर थोड़ी दूरी पर रामनाथ बाइक लेकर खड़ा था। वहां से तीनों थोड़ी दूर गए। जहां आरती ने पति से कहा कि मोटर साइकल से घर जाती हूं, तुम पैदल आओ, जब बेटा घर आया तो देखा कि दुल्हन आरती व उसका भाई नहीं मिले। संदेह होने पर घर में देखा तो आरती को दिए 81 हजार रुपए नकद, सोने का हार, करधौनी, मंगलसूत्रए पायल नहीं थे।
पति-पत्नी जैसे संबंध नहीं बने-
इसी दौरान बेटे ने बताया कि आरती मेरे साथ पति-पत्नी जैसे संबंध नहीं बनने दे रही थी। वह मुझसे दूर भाग रही थी। मेरे और बेटे के साथ शादी के नाम पर ठगी की गई है। शिकायत पर पुलिस ने आज पुलिस ने मामला दर्ज कर फरार दुल्हन व उसके भाई व रिश्तेदार की तलाश शुरु कर दी है।