'जलवायु संकट में पशुचिकित्सा की चुनौतियों ' पर विचार-विमर्श 8 अक्टूबर से

 


वेटरनरी कालेज के राष्ट्रीय सेमीनार में जुटेंगे देशभर के विज्ञानी और शोधकर्ता

जबलपुर। नानाजी देशमुख पशुचिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय में और वेटरनरी इंटरनल एंड प्रिवेंटिव मेडिसिन सोसाइटी के संयुक्त तत्वावधान में छठवां वार्षिक अधिवेशन एवं राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन आज वेटरनरी महाविद्यालय में होने जा रहा है। दो दिवसीय इस आयोजन में जलवायु संकट में पशुचिकित्सा का कायाकल्प और पशु स्वास्थ्य हेतु कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग विषय पर मंथन होगा। इसमें शामिल होने के लिए दिल्लीए चेन्नई, हैदराबाद समेत देशभर से पशुचिकित्सक और विज्ञानी आ रहे हैं।  दो दिवसीय सेमीनार को शुभारंभ सुबह 10 बजे महाविद्यालय के आडिटोरियम में होगा। इस अवसर पर  मुख्य अतिथि में कैबिनेट मंत्री राकेश सिंह,  विशिष्ट अतिथि के रूप में पशुपालन मंत्री लखन पटेल मौजूद रहेंगे। इस अवसर पर विज्ञानी एआइ जैसी अत्याधुनिक तकनीक और उससे जुड़े विषयों पर मंथन करते हुए वेटरनरी के भविष्य की योजनाओं पर निष्कर्ष निकालेंगे।  सेमीनार में कुल नौ तकनीकी सत्र होंगे, जिसमें मुख्य तौर पर क्लाइमेट चेंज एवं वन हेल्थएफार्म एवं कंपेनियन एनिमल मेडिसिनए  वैकल्पिक चिकित्सा पर मंथन होगा। इसके अलावा श्रेष्ठ शोध प्रबंध, यंग साइंटिस्ट पुरस्कार, फील्ड वेटरिनेरियन पुरस्कार, लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड्स जैसे विभिन्न पुरस्कार दिए जाएंगें। 


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