नई दिल्ली। ट्रेन में सफर के दौरान तमाम लोग घर से बना खाना लेकर ही जाते हैं और जब भूख लगती है, खा लेते हैं। आईआरसीटीसी या वेंडरों से खाना नहीं लेते हैं। ऐसे तमाम लोगों को घर से बना खाना ले जाना भारी पड़ रहा है। इनको जुर्माना भरना पड़ता है।
भारतीय रेलवे ट्रेनों को साफ सुथरा रखने के लिए प्रयास कर रहा है। इसके लिए अभियान भी चलाया जा रहा है। ट्रेनों और स्टेशनों में गंदगी फैलाने वालों और धूम्रपान करने वालों के खिलाफ विशेष अभियान भी चलाया जा रहा है।
उत्तर मध्य रेलवे के झांसी डिवीजन सितंबर महीने से 5113 यात्रियों पर गंदगी फैलाने और धूम्रपान करने पर कार्रवाई की गयी। यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है। इन यात्रियों से 10,26,670 रुपये की रिकॉर्ड पेनाल्टी लगाई गयी। इस तरह सभी डिवीजनों पर कार्रवाई चल रही है।
इस अभियान में कई ऐसे यात्री पकड़ में आए हैं तो घर से बना खाना लेकर चलते हैं, पर खाना खाने के बाद जो बच जाता है, ट्रेन या स्टेशन में फेंक देते हैं, जिससे गदंगी फैलती है। रेलवे स्टाफ ऐसे को पकड़ता है तो ये तरह तरह की दलीलें देते हैं, बहाना बनाते हैं।