ड्रोन पेट्रोलिंग:35 फीसदी फॉल्ट होने से पहले सुधारे गये,लाइन लॉस भी घटा

 


ट्रांसको की रिपोर्ट में सामने आए आंकड़े,दुर्गम इलाकों में पहुंच बढ़ने से मिले पॉजिटिव रिजल्ट,नई तकनीक का दायरा बढ़ाने की तैयारी तेज


जबलपुर। मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी मैनेजमेंट द्वारा अतिरिक्त उच्च दाब ट्रांसमिशन टावरों की निगरानी के लिए ड्रोन के इस्तेमाल की आलोचना करने वालों के लिए ताजा आंकड़े आंखें खोलने वाले हैं। ट्रांसको की रिपोर्ट के अनुसार, ड्रोन पेट्रोलिंग से ब्रेकडाउन में 35 फीसदी तक की कमी आई है,जो एक बड़ा अंतर है। ब्रेकडाउन में गिरावट से लाइनों की मरम्मत करने और लाइन लॉस को कम करने में भी मदद मिली है।

-क्या है ड्रोन पेट्रोलिंग

ट्रांसको ने अपने ट्रांसमिशन लाइनों पर नजर रखने के लिए ड्रोन पेट्रोलिंग की शुरुआत की थी। ड्रोन पेट्रोलिंग द्वारा इन लाइनों के टेम्परेचर से भी संभावित फॉल्ट की सटीक जानकारी मिलती है। ड्रोन करीब पांच किलोमीटर के दायरे में मौजूद टॉवरों की मॉनीटरिंग एक ही जगह से कर सकते हैं। इस तकनीक से हासिल तस्वीरों  विश्लेषण कर संभावित फॉल्ट पहचाने जा सकते हैं। मप्र में   ट्रांसमिशन लाइनों का दायरा 43 हजार सर्किट किलोमीटर से अधिकहै, जहां 90 हजार ट्रांसमिशन टावर हैं। अभी इनमें से 23 हजार टावरों को ड्रोन पेट्रोलिंग से जोड़ा गया है। ये ड्रोन वहां भी आराम से नजर रख पा रहे हैं,जहां पहले पहुंचना कठिन था।

-अब इसके आगे क्या

ट्रांसको ने पहले 2 सौ 20 केवी के लगभग 10 हजार टावरों पर ड्रोन पेट्रोलिंग की शुरुआत की थी। कामयाबी मिलने के बाद इसे 4 सौ केवी और 132 केवी के 23 हजार टावरों तक बढ़ाया गया। कंपनी अब इसे और विस्तार देने की योजना पर तेजी से विचार कर रही है,क्योंकि नतीजे बेहद उत्साहजनक हैं। कंपनी सूत्रों के अनुसार, कंपनी अब उन टॉवरों को भी तेजी से ड्रोन नेटवर्क से जोड़ेगी, जो फिलहाल इससे दूर हैं। हालाकि, सारे टॉवर एक बार में नहीं जोड़े जा सकेंगे,क्योंकि तकनीकी तौर पर कुछ मुश्किलें हैं। हालाकि, आने वाले समय में पूरे प्रदेश के टॉवर ड्रोन की नजर में आ जाएंगे।

-कर्मचारी देखकर सीखेंगे

कंपनी ने ड्रोन पेट्रोलिंग से मिले डेटा को मोबाइल एप एवं वेब पोर्टल में अपलोड किया है,जिससे कंपनी के कर्मचारी तस्वीरों और जानकारियों के माध्यम से पूरी कार्यप्रणाली से कुछ सीख सकें। कर्मचारियों के लिए वो सारी डिटेल उपलब्ध कराई गयी है,जो  संभावित फॉल्ट से उसकी मरम्मत से जुड़ी हुई है। हालाकि, कंपनी भविष्य में वर्कशॉप आयोजित कर कर्मचारियों को इस बारे में जागरूक करेगी।


-नतीजे उत्साहजनक, अब आगे बढ़ेंगे

ट्रांसको की टीम के लिए ड्रोन पेट्रोलिंग के सकारात्मक नतीजे उत्साह जगाने वाले हैं। अब हम निश्चित तौर पर आगे बढ़ेंगे और नए लक्ष्यों को हासिल करेंगे। ड्रोन पेट्रोलिंग को और सशक्त बनाने पर भी फोकस किया जाएगा।

इंजी.सुनील तिवारी, एमडी ट्रांसको

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