
जबलपुर. मध्य प्रदेश के जबलपुर के नर्मदा तट किनारे ललपुर के लोगों ने बस्ती में रह रहे बांग्लादेशी और रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। ग्रामीणों का आरोप है कि पिछले कुछ सालों में ये लोग अवैध रूप से बस्ती में आकर बस गए हैं। उनकी संख्या 200 से अधिक हो चुकी है। ग्रामीणों ने इन पर चोरी, लूटपाट और अन्य आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया है।
स्थानीय निवासियों ने इस मामले को लेकर ग्वारीघाट थाने में एक लिखित शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में कहा है कि ये लोग दिन में भीख मांगने और रेकी करने का काम करते हैं, जबकि रात में चोरी की घटनाओं को अंजाम देते हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि जब कोई उन्हें रोकता है, तो ये लडऩे के लिए तैयार हो जाते हैं और महिलाओं को आगे कर देते हैं, कि इनके घरों में भारी मात्रा में हथियार रखे हुए हैं।
साफ-सफाई को पूरी तरह नजरअंदाज किया
शिकायत में बताया है कि इन लोगों ने बस्ती की साफ-सफाई को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया है। ये सड़कों पर मांस के टुकड़े, मुर्गियों के पंख और अन्य कचरा फेंकते हैं, जिससे भारी गंदगी फैलती है और आवारा कुत्तों का जमावड़ा लगा रहता है। इससे रात में लोगों का निकलना मुश्किल हो गया है। इसके अलावा, नर्मदा घाट पर कपड़े धोने और गंदगी फैलाने से धार्मिक भावनाएं भी आहत हो रही हैं। सबसे गंभीर आरोप यह है कि इन लोगों ने कई पालतू गाय और बैल चुराकर मार दिए हैं।
बजरंग दल के जिला संगठन मंत्री सुमित यादव ने बताया कि मुझे इस मामले की जानकारी मिली तो ग्रामीणों के साथ मिलकर थाने में ज्ञापन सौंपा है। हमने तत्काल जांच और कार्रवाई की मांग की है।
वहीं ग्वारीघाट थाना प्रभारी सुभाष चंद्र बघेल ने बताया कि ललपुर बस्ती के कुछ लोग शिकायत लेकर आए थे कि बाहरी लोग अवैध तरीके से रह रहे हैं और गलत काम कर रहे हैं। पुलिस ने आवेदन स्वीकार कर लिया है और जल्द ही एक टीम भेजकर मामले की जाँच की जाएगी। जाँच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।