जबलपुर/कटनी। बरही के पास हीरापुर में बाघ की दहाड़ से थरथराए गांव वालों की मदद के लिए सोमवार की दोपहर वन अमला पहुंच गया। बाघ की खोजबीन की गई लेकिन अमले के पास तेंदुए के फुटप्रिंट आ सके। अमले ने सतर्कता बरतते हुए पूरे क्षेत्र में पतासाजी की है लेकिन बाघ के निशान या मौजूदगी साफ नहीं हो सकी। अमले ने गांव वालों से अलर्ट रहने को कहा है।
सोमवार को हीरापुर के खेतों में बाघ की मौजूदगी की सूचना वन अमले तक पहुंची थी। वन अमले ने तुरंत रहमत अली के धान लगे खेत में छानबीन की। रेंजर जीएन शुक्ला ने बताया कि बाघ की सूचना मिली थी। मौके पर पड़ताल की गई है लेकिन वहां तेंदुए के फुटप्रिंट मिले हैं। डिप्टी रेंजर पंकज द्विवेदी के मुताबिक 3 दिनों से इस इलाके में तेंदुआ की दस्तक है। रविवार को कनोर गांव में गाय के बछड़े जख्मी हुए है।
