जबलपुर। बरगी नगर के घंसौर रोड पर एक युवक की लाश मिलने के बाद हरकत में आई पुलिस ने 20 दिनों बाद प्रकरण का खुलासा कर दिया है। पुलिस के सामने यह आया है कि घंसौर के कुडो गांव में रहने वाले सतेन्द्र उइके की हत्या सचिन यादव, ददुआ उर्फ बृजलाल उर्फ बृजेश, बिहारी उर्फ आशीष धुर्वे और शिवदीन उइके ने की थी। पुलिस ने चारों आरोपियों को पकड़ लिया है और उनके कब्जे से वारदात के दौरान प्रयुक्त हथियार भी बरामद कर लिए हैं।
पुलिस ने बताया कि उन्हें 20 अगस्त को बरगी नगर निवासी किशोर सिंह यादव ने सूचना दी थी कि बींझा मोड़ के पास एक युवक की लाश पड़ी है। पुलिस ने उकी शिनाख्त सत्येद्र उइके के रूप में की थी। पुलिस जांच में यह सामने आया था कि 15 अगस्त को सतेन्द्र अपने दोस्त ददुआ और सचिन यादव के साथ घर से मंडला का कहकर निकला था, जिसके बाद घर नहीं लौटा था। पुलिस ने संदेही सचिन से पूछताछ की थी तो यह सामने आया कि सतेन्द्र के गांव की एक युवती से प्रेम संबंध थे। युवती के भाई आशीष उपर्फ बिहारी के कहने पर अपने दोस्तों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया।
चेन्नई भागे आरोपी
पुलिस विवेचना में यह सामने आया कि वारदात के बाद आरोपी चेन्नई भाग गए थे। पुलिस को मुखबिर से पता चला कि आरोपी चेन्नई से नागपुर आ रहे है। पुलिस दल ने नागपुर रोड पर दबिश दी और बिहारी, शिवदीन, ददुआ को पकड़ा।
वारदात का रीक्रियेशन
पुलिस ने वारदात का रीक्रियेशन कराया तो पता चला कि बिहारी उर्फ आशीष की बहन एवं सतेन्द्र के मध्य प्रेम संबंध होने से एवं भाई को राखी न बांधने से रुष्ट होकर बिहारी उर्फ आशीष ने अपने चार दोस्तो के साथ मिलकर हत्या करने का प्लान बनाकर 15 अगस्त को सतेन्द्र उइके के दोस्त ददुआ से सतेन्द्र को जंगल मे बुलवाकर गला घोंटकर धारदार कडे़ से गला रेतकर एवं चेहरा पत्थर से कुचलकर हत्या कर लाश को छुपा दिया था। पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त पत्थर, लोहे का धारदार कडा, मोबाईल जब्त किए।